राजस्थान में वैसे तो देखने और घूमने वाले बहुत से स्थान हैं। प्रतिवर्ष हजारों विदेशी लोग भी राजस्थान में घूमने के लिए आते हैं। लेकिन आज हम बात करेंगे राजस्थान के सीकर की। यहां पर देश विदेश से काफी बड़ी संख्या में लोग आते हैं। असल में इस स्थान का धार्मिक महत्व काफी ज्यादा है। यहां पर बाबा खाटूश्यामजी मंदिर है। इस कारण देशभर के श्रद्धालू यहां बाबा के दर्शन करने आते रहते हैं।

इसके अलावा इसी मंदिर के 40 किमी के क्षेत्र में ही कई अन्य धार्मिक मंदिर हैं। जहां आप घूम सकते हैं। अतः यदि आप बाबा खाटूश्यामजी मंदिर में आ रहें हैं तो आसपास के इन मंदिरों में भी घूम सकते हैं और अपनी यात्रा को यादगार बना सकते हैं। आइये अब आपको बाबा खाटूश्यामजी मंदिर के आसपास के अन्य मंदिरों के बारे में बताते हैं।

श्याम कुंड

बाबा खाटूश्यामजी के दर्शन के बाद में आप श्याम कुंड घूमने जा सकते हैं। यह मंदिर से मात्र 1 किमी की दूरी पर ही है। मान्यता है की इसी श्याम कुंड से बाबा श्याम का शीश गाय चराने वाले व्यक्ति को मिला था। यहां आप कुंड में स्नान कर सकते हैं। मन्नत के लिए धागा बांध सकते हैं तथा नारियल चढ़ा सकते हैं।

जीण माता मंदिर

बाबा खाटूश्यामजी मंदिर से मात्र 35 किमी की दूरी पर ही जीण माता का मंदिर स्थित है। इन्हें देवी दुर्गा का अवतार माना जाता है। यहां आने के लिए आपको रेतीले, पहाड़ी तथा जंगली क्षेत्र से गुजरना होता है। मंदिर पर आकर आप माता की चुनरी और नारियल का प्रसाद चढ़ा सकते हैं। यहां का सफर आपके लिए बेहद यादगार बन जाता है।

हर्ष भैरव मंदिर

यह मंदिर 3000 फीट ऊंची पहाड़ी पर मौजूद है। यहां आपको 900 वर्ष से भी अधिक समय के प्राचीन शिव मंदिर का दर्शन मिलता है। इस मंदिर की स्थापना चौहान शासकों ने की थी। हिस्ट्रोरिकल ट्रैवल करने वालों के लिए यह एक विशेष स्थान है। ऊंचाई पर चढ़ने के लिए पक्की सड़क को बनाया गया है। अतः यहां आप बाइक या कार से भी जा सकते हैं।

रींगस भैरोजी

रींगस भैरोजी का मंदिर बाबा खाटूश्यामजी मंदिर से मात्र 17 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां आपको जमीन के अंदर समाई हुई भैरोजी की प्रतिमा के दर्शन होते हैं। उज्जैन के महाकालेश्वर के बाद में भैरोजी का यह दूसरा सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर में लोग मनोकामना भी मांगते हैं और मन्नत पूरी होने के बाद में यहां जिंदा बकरे को दान करते हैं।