नई दिल्ली: काफी लंबे समय की जंग लड़ने के बाद एक बार फिर से अयोध्या के राम जन्म भूमि में राल लला फिर विराजमान होने वाले है। अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण के लिए जन सैलाब भारी मात्रा में उमड़ा हुआ हैष सभी धर्मसम्प्रदाय के लोग आगे बढ़कर दान दे रहे है। अमीर से लेकर गरीब तक लोग इस काम में पीछे नही है अपनी क्षमतानुसार धनराशि भेज रहे हैं.जिनके बीच काशी और प्रयागराज के सैकड़ों भिखारियों ने भी मिलकर अपने राम के प्रति सच्ची आस्था जताते हुए चार लाख रुपए का चंदा दिया है. काशी और प्रयागराज के भिखारियों ने दान में मिली राशि भगवान राम को समर्पित कर दी है।

भिखारियों ने राम मंदिर निर्माण में किया सहयोग

इन दिनों भिखारियों के द्वारा दिया गया यह बड़ा अनुदान सुर्खियों में है। जिसमें उन सभी ने अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के लिए अपनी राष्ट्रीय एकता और अखंडता का परिचय देते हुए देश के लोगों को एक बड़ी सीख दी है।इस राम मंदिर निर्माण में देश के सभी वर्ग के लोगों का सहयोग मिला है। काशी और प्रयागराज के भिखारियों का जज्बा सराहनीय है। संत समाज प्रभु श्री राम से भिखारियों के खुशहाल जीवन की कामना करता है।

‘काशी में खुद बाबा भोलेनाथ ने मांगी थी भिक्षा’

स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी के बारे में कहा जाता है। इस नगरी में जगत का पालनहारण करने वाली माता अन्नपूर्णा से स्वयं बाबा भोलेनाथ ने भीख मांगी थी। इसलिए बाबा भोलेनाथ को महादानी के साथ-साथ भिक्षा मांगने के भी स्वरूप में देखा जाता है। भिखारियों द्वारा दान की गई सहयोग राशि भी विश्व के लिए उदाहरण है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां धनी लोग सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने में हिचकते हैं। ऐसे में भिखारियों की पहल सराहना के पात्र है।