नई दिल्ली। अक्सर वीडियो में आपने बंदर पक्षियों को सड़को पर लगी हाई वोल्टेज तार पर बैठते और झूलते देखा होगा। जिसमें बदंर तो तार में आ रहे करेंट की चपेट में आ जाते है। लेकिन पक्षी उन तारों में खेलते कूदते नजर आते है। क्योकि चिड़िया ही ऐसा पक्षी है जिसे होई वोल्टेज तार पर बैठने पर तेज करंट नही लगता है।

इस नियम को समझिए …

इस बात की जानकारी पाने के लिए आपको बिजली के प्रवाह का नियम जानना होगा। बिजली तार में धारा प्रवाह करने के लिए तांबे के तार का इस्तेमाल करना होता है।इसका इस्तेमाल बिजली के प्रवाह को अच्छे से फ्लो कराने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कहा जाता है कि चिड़ियों के शरीर में ऐसी कोशिकाएं और ऊतक होते हैं, जो तांबे के तार में प्रतिरोध पैदा करते हैं और बिजली के प्रवाह को प्रभावित करते हैं।

इस शर्त पर लग कता है करंट

चिड़ियों के शरीर पर तार का करंट इसलिए असर नहीं कर पाता है। यदि अगर चिड़िया तार के साथ ही जमीन के संपर्क में आती है तो अर्थिंग को छूते ही सर्किट कंप्लीट हो जाता है जिसके बाद चिड़िया करेंट की चपेट में आ जाती है। इंसान को भी करंट तभी लगता है जब उसकी बॉडी जमीन के संपर्क में आती है, तब ही उसे करंट लगता है।