आज कल महंगाई के जमाने में कुछ भी खरीदना कोई आसान काम नहीं है, छोटी सी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक आम लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसे में लोगों को मकान खरीदने से गाड़ी खरीदने तक का सपना पूरा करने के लिए लोन का सहारा लेना पड़ता है। इस बात का फायदा बैंको को खूब होता है, इसलिए लोन के ब्‍याज की दरें भी अब बढ़ने लगी हैं। जिसका सीधा असर आम लोगों को पड़ता है।

इस समस्या को देखते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ब्‍याज दरों पर एक फैसला लिया है, इस फैसले का आम लोगों पर गहरा असर पड़ने वाला है। आरबीआई ने इस तिमाही रेपो रेट को 6.50 फीसदी रखने का ऐलान किया है, इस फैसले से घर का सपना देख रहे लोगों और रियल एस्टेट सेक्टर को भी बहुत खुशी मिली है। इस फैसले से होम बायर्स को होम लोन की ईएमआई बढ़ने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।

निवेश को मिलेगा एक नया दिशा

काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर, अमित मोदी,आरबीआई द्वारा उठाये गए इस कदम को सराहा है, कहते हुए कि इस स्थिति से पहले से ही बढ़ते रियल एस्टेट उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो चुकी है, और इससे पहले ही निवेशकर्ताओं में रियल एस्टेट निवेश के प्रति बढ़ती रुचि दिखाई जा रही है। स्थिर ब्याज दरों में कोई बदलाव न करने से इसका मतलब है कि निवेशकर्ताओं को और भी प्रेरित किया जाएगा। यह बढ़ते रियल एस्टेट के रेजिडेंशियल और कॉमर्शियल सेक्टर में एक नई ऊंचाइयों की ओर एक कदम है।

आपको बता दें कि कई सारे लोगों बताते हैं कि मार्केट में पिछले दो साल से रेजीडेंशियल रियल एस्‍टेट सेक्‍टर बहुत ही निगेटिव रही है। अब आरबीआई के इस फैसले से लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी और बाजार से गर्माहट भी दूर होगी।