25 नवंबर से राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसी के मद्देनजर अब प्रदेश की प्रत्येक छोटी बड़ी पार्टी चुनावी प्रचार में जोरशोर के साथ जुटी हुई है। राजस्थान की आम जनता में मोदी मैजिक को भी साफ़ देखा जा रहा है। इसी का एक जीवंत उदाहरण सीकर के लक्ष्मणगढ़ में देखने को मिला है। जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा मोदी मोदी के नारों से घबराये हुए नजर आ रहें हैं।
वीडियो हुआ वायरल
हालही में इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है कि मंदिर में दर्शन को आये हुए श्रद्धालू लोगों ने जैसे ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को देखा तो वे मोदी मोदी के नारे लगाने लगे। जिसके कारण गोविंद सिंह डोटासरा घबराहट में जूते पहन कर ही मंदिर में प्रवेश कर गए। इस वीडियो में यह भी साफ़ देखा जा रहा है कि पुजारी के टोकने पर गोविंद सिंह डोटासरा को अपनी गलती का अहसास हुआ। जिसके बाद वे जूते बाहर निकाल कर पुनः मंदिर में गए।
वीडियो को विपक्ष ने बनाया हथियार
अब गोविंद सिंह डोटासरा का यह वीडियो विपक्ष के लिए महत्वपूर्ण हथियार बन गया है। बीजेपी इस वीडियो के जरिये कांग्रेस को तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली पार्टी बता रही है। यह वीडियो अब इंटरनेट पर भी काफी वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो गोविंद सिंह डोटासरा की विधानसभा क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ का ही है। रिपोर्ट के मुताबिक गोविंद सिंह डोटासरा दिवाली की रात को मंदिर में दर्शन करने के लिए गए थे लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उन्हें देखते ही मोदी मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। जिसके कारण गोविंद सिंह डोटासरा घबराहट में जूते पहन कर ही मंदिर के अंदर पहुंच गए।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा का वीडियो वायरल मंदिर में मोदी मोदी के नारे लगे तो जूते पहने हुए ही मंदिर किया प्रवेश
— करनपुरी (@abp_karan) November 15, 2023
टोकने पर गलती का हुआ एहसास. @ABPNews @narendramodi@ashokgehlot51 @BJP4India @GovindDotasra @gssjodhpur @INCIndia @pravinyadav #RajasthanElections2023 pic.twitter.com/otoiMLHRMv
मोदी मोदी के नारों से घबराये डोटासरा
बताया जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा दिवाली की रात को लक्ष्मणगढ़ के मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। वहां लोगों ने उन्हें देखते ही मोदी मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। जिसके बाद वे घबराहट में मंदिर में जूते सहित प्रवेश कर गए। लेकिन कुछ देर बाद लोगों ने उन्हें उनकी गलती अहसास कराया तो वे बाहर जूते निकालने के लिए आये तथा उसके बाद मंदिर में फिर से प्रवेश किया।