भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव में ब्रजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के विरोध में रेसलर बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया है। बीते शुक्रवार को उन्होंने पीएम आवास के सामने अपने मैडल को रख दिया था। आपको बता दें कि संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद में बजरंग पूनिया सहित विनेश फोगाट तथा साक्षी मालिक जैसे कई रेसलर काफी नाराज हैं। ये सभी रेसलर काफी समय से ब्रजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहें थे। इनका कहना है कि कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष किसी महिला को होना चाहिए।

सोशल मीडिया पर शेयर की चिट्ठी

आपको बता दें कि बजरंग पूनिया ने सबसे पहले सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी थी। उन्होंने पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी थी तथा इस चिट्ठी को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर किया था। कैप्शन में उन्होंने लिखा था “मैं अपना पद्मश्री पुरुस्कार प्रधानमन्त्री जी को वापस लौटा रहा हूं। कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है और यही मेरी स्टेटमेंट है।” आपको बता दें कि 29 वर्षीय बजरंग पूनिया को 2019 में पद्मश्री पुरूस्कार दिया गया था। पूनिया ओलंपिक में ब्रांज मैडल भी जीत चुके हैं।

विनेश फोगाट में भी दर्ज कराया विरोध

विनेश फोगाट ने भी अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा है कि “किसी खिलाड़ी के मरने पर रोने का इंतजार करना अभी। आपका नया भारत देश मुबारक हो, महिलाओं के सम्मान में।

आपको बता दें कि बीते गुरूवार को ब्रजभूषण सिंह के करीबी स अंजय सिंह कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष चुने गए हैं। संजय सिंह के चुनाव जीतने के बाद में विनेश फोगाट, साक्षी मलिक तथा बजरंग पूनिया ने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया था। इसी प्रेस कांफ्रेंस में साक्षी मलिक ने रेसलिंग छोड़ने की घोषणा की थी। साक्षी ने इस दौरान कहा “हमने दिल से लड़ाई लड़ी लेकिन ब्रजभूषण सिंह जैसे शख्स के बिजनेस पार्टनर तथा करीबी सहयोगी को WFI का अध्यक्ष चुना गया तो मैं कुश्ती छोड़ने का फैसला करती हूं। आज से आप मुझे मैट पर नहीं देखेंगे।” इस दौरान साक्षी काफी इमोशनल भी नजर आई।