नई दिल्ली: रविवार के दिन हुए भारत और वेस्टइंडीज के मुकाबले में वेस्टइंडीज के विध्वंसक बल्लेबाज निकोलस पूरन का बल्ला सिर चढ़कर बोला। वह इस खेल में भारत के खिलाफ हुए मैच 3-2 से सीरीज जीतने वाले हीरो साबित हुए। फ्लोरिडा के लॉडरहिल में सेंट्रल ब्रोवार्ड रीजनल पार्क स्टेडियम में हुए मैच में रविवार को भारत के खिलाफ पांचवें टी20 मैच में बल्लेबाज निकोलस पूरन ने धांसू पारी खेली। एक के बाद एक चौके छक्के की बरसात करते हुए 47 रन बनाए। जिसमें 1 चौके साथ 4 छक्के शामिल है।  लेकिन मैच में दमदारी पारी खेलने वाले पूरन को जब प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड से सम्मानित करने के लिए बुलाया गया तो वे उस दौरान वो मौजूद नही रहे। और मैच खत्म होने के बाद वो तुंरत टीम को छोड़कर चले गए।

अवार्ड ना लेने का कारण

क्रिकबज ने बताया कि बल्लेबाज निकोलस पूरन के अवार्ड ना लेने का कारण उन्हें इस मैच के तुरंत बाद कहीं और क्रिकेट खेलने के लिए फ्लाइट पकड़नी थी जिस वजह से वह टीम को छोड़कर चले गए और इस अवॉर्ड को नहीं ले पाए। हालांकि उनकी जगह कप्तान रोवमैन पॉवेल ने उनका ये अवॉर्ड हासिल किया।

प्लेयर ऑफ द सीरीज के अलावा पूरन को पूरी सीरीज के दौरान सबसे अधिक 11 छक्के लगाने के लिए ब्रांडेड इलेक्ट्रिक गिटार सौजन्य हार्ड रॉक कैफे अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया।

पूरन को लेकर वेस्टइंडीज का मास्टर स्ट्रोक

पूरन इस सीरीज में अभी तक नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी रहे है। लेकिन भारतीय टीम को कड़ी मात देने के लिए पॉवेल ने उन्हें शे होप की जगह नंबर-3 पर मैदान पर उतारने का फैसला किया। पूरन को दूसरे ओवर में काइल मेयर्स के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने का मौका मिला और इस दौरान उन्होंने मैदान पर आते ही भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई करना शुरू कर दिया।

सलामी बल्लेबाज ब्रैंडन किंग (85*) के साथ उन्होंने दूसरे विकेट के लिए 107 रनों की शतकीय साझेदारी की। टी20 क्रिकेट के इतिहास में भारत को पहली बार इतनी शर्मनाक हार मिली।