राजस्थान की अशोक गहलोत की सरकार ने आज कैबिनेट बैठक में कई निर्णयों को हरी झंडी दिखाई है। आपको बता दें कि सीएम आवास पर हुई इस मेटिंग में 63 प्रस्तावों पर मोहर लगी है।

जिनमें ऐसी 200 से ज्यादा संस्थाओं को भूमि बांटने का भी निर्णय लिया है जिन्होंने प्रदेश के सामाजिक विकास के लिए कार्य किया है। इसके अलावा कोरोना कल में अनाथ हुए बच्चों के लिए सरकारी नौकरी के लिए नियमों में संशोधन को भी हरी झंडी दिखाई है।

इन सबके अलावा कन्हैयालाल हत्याकांड में आरोपियों को पकड़वाने वाले दो युवकों प्रह्लाद सिंह चुण्डावत और शक्ति सिंह चुण्डावत को कनिष्ठ सहायक के पद पर सरकारी नौकरी देने का भी निर्णय लिया गया है।

200 से ज्यादा संस्थाओं को दी जायेगी भूमि

आपको बता दें कि मंत्री मंडल ने निर्णय लिया है कि प्रदेश की 200 से ज्यादा संस्थाओं को छात्रावास, वृद्धाश्रम, सामुदायिक केन्द्र आदि के लिए रियायती दर पर भूमि को आवंटित किया जायेगा। इसके लिए अब आरक्षित दर की 10 प्रतिशत राशि पर भूमि का आवंटन किया जाएगा।

जो बच्चे कोरोना काल में अनाथ हो गए थे। उनको व्यस्क होने पर सरकारी नौकरी दिए जाने के लिए विभिन्न सेवा नियमों में संशोधन के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दिखा दी गई है। इस प्रकार के बच्चों को व्यस्क होने पर पे मैट्रिक्स एल-9 तक के पदों पर नौकरी दी जायेगी।

ग्रीन हाइड्रोजन नीति-2023 को भी मिली मंजूरी

मंत्री मंडल ने राजस्थान ग्रीन हाइड्रोजन नीति-2023 का अनुमोदन आज किया है। इसके जरिये प्रदेश में वर्ष 2030 तक 2000 केटीपीए क्षमता के परियोजना स्थापना तथा इसके उपकरणों के निर्माण की इकाइयों से प्रदेश में रोजगार तथा निवेश बढ़ेगा।

इसके आलावा मंत्री मंडल ने राजस्थान बायोमास एवं वेस्ट टू एनर्जी नीति-2023 की नीति की भी अनुमोदना की है। इसके कारण प्रदेश में अवशेष बायोमास एवं कचरे से विधुत का उत्पादन बढ़ेगा। इससे ठोस कचरे का सकेगा।

शिल्प एवं माटी कला बोर्ड का बदला गया नाम

आपको बता दें कि कैबिनेट में आज शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के नाम को बदलकर ‘‘श्री यादे माटी कला बोर्ड‘‘ रखने का फैसला किया है। यह बोर्ड मिट्टी का कार्य करने वाले दस्तकारों की आय में बृद्धि, तकनीकी प्रक्षिक्षण तथा औजार उपलब्ध कराने, प्रदर्शनियों से जोड़ने का काम करेगा।

इसके साथ ही करमा बाई महिला राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, लक्ष्मणगढ़ (सीकर) का नाम बदलकर करमा बाई राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, लक्ष्मणगढ़ (सीकर) करने का निर्णय लिया गया है।