नई दिल्ली:  हिन्दू धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथों में से एक गरुड़ पुराण में इंसान के कर्म से लेकर मृत्यु के बाद होने वाली घटनाओं का बखान सुनने को मिलता है। यह ग्रंथ इतना पवित्र होता है कि मरने के बाद व्यक्ति को मोझ दिलाने का काम भी करता है। इसलिए घर पर किसी की मृत्यु हो जाती है तो उस दौरान  सद्गति प्रदान करने के लिए गरुड़ पुराण सुनने का प्रावधान है।

गरुड़ पुराण में इंसान के जन्म से लेकर मृत्यु तक में होने वाली घटनाओं के बारे में बताया गया है। क्योकि इस मृत्युलोक में इंसान का आना और जाना होने के साथ उसके अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब किताब इसी जीवन में तो कुछ मरने के बाद भी भोगना पड़ता है। लेकिन इंसान इस सत्य को स्वीकारता नही है और बुरे कर्म करने में पीछे नही हटता है। गरूड़ पुराण में तो इस चीज का भी बखान किया गया है जब व्यक्ति को मौत नजदीक रहती है तो उसके पहले उसे कुछ संकेत मिलना शुरू हो जाते है। आइए जानते हैं इसके बारे में.

मृत्यु से पहले मिलते हैं ये संकेत

गरुड़ पुराण के अनुसार मौत से पहले व्‍यक्ति की नाक टेड़ी हो जाती है उसे दिखाई देनी भी बंद हो जाती है।

मृत्यु जब व्यक्ति की मौत सामने खड़ी हो तो उससे पहले से तेल या पानी में अपनी परछाई नहीं दिखाई देती है। इसलिए कहा जाता है कि मौत के पहले परछाई भी साथ छोड़ देती है।

मौत से पहले व्‍यक्ति की हस्तरेखाएं भी एकदम हल्‍की होने लग जाती हैं। कुछ लोगों को ये बिल्कुल ही दिखाई देनी बंद हो जाती हैं।

मौत से पहले व्यक्ति को सपने में भी कुछ अजीब चीजें दिखाई देने लगती हैं, जैसे बुझा हुआ दीपक दिखाई देना।

मरने से पहले व्‍यक्ति के अपने आसपास आत्‍माएं आना शुरू हो जाती हैं। ये आत्‍माएं उनके पूर्वजों की होती हैं जो उसके परलोक में आने का जश्‍न मनाने लगती हैं क्‍योंकि मरने वाला उनका परिजन अब उनके पास जल्द ही आने वाला है।

गरुण पुराण के अनुसार मरने से पहले व्‍यक्ति की सांसे उल्‍टी चलनी शुरू हो जाती हैं कई बार उसे यमदूत की तरह लोग दिखाई देने लगते है।