जब वृन्दावन दरबार में पहुंचे न्यायाधीश, गुरूजी ने बड़े न्यायाधीश को लेकर कही ये बात

Vrindawan: प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज जी के भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उनके सरल स्वाभाव और स्पष्ट जावाब का लोगों पर जबरदस्त असर पड़ रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी उनकी दोनों किटनी फेल हो चुकी है, 18 साल से वे डायलिसिस पर हैं इसके बाद भी वे राधारानी की अन्नय भक्ति में लीन रहते हैं। उनके स्वाभाव और उनकी भक्ति से प्रभावित हो कर उनके शिष्यों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। उनके भक्तों में बड़े से बड़े अधिकारी से लेकर हाईकोर्ट के जज भी हैं।

प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज जी एक ऐसा ही वीडियो इन दिनों वायकल हो रहा है जिसमें एक न्यायाधीश उनसे मिल कर उनके समने हाथ जोड़े खड़े हो कर दर्शन की अभिलाशा व्यक्त करते हैं, जिस पर महाराज जी ने बड़ी सरलता से विनम्र आग्रह करते हुए उन्हे ऐसी सीख दी जिसे सुन कर सभी अभिभूत हो रहे हैं।

https://www.youtube.com/shorts/B6-4PYDhSqw

Premanand Ji Maharaj Vrindawan

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि अपको जो सौभाग्य प्राप्त हुआ है उसे बिना किसी दबाव के निर्वहन करें, क्योंकि सबसे बड़े न्यायाधीश के सामने सबको जा कर जवाब देना है। अत: बिना किसी दबाव के साक्ष्य के आधार पर ईमानदारी से न्याय करें।

प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज की ख्याति का ये आलम है कि उनके मुख से निकले हर वाक्य लोगों के लिए किसी चमत्कारिक वाक्य से कम नही होते हैं। यही वजह है कि जब प्रेमानंद महाराज रास्ते से निकलते हैं तो सड़कों पर लोग साष्टांग लेट कर उनका अभिवादन करते हैं।