Amla Side Effects: आंवला को हम सभी एक सुपरफूड मानते हैं, और इसके पीछे कई मज़बूत कारण हैं। यह विटामिन-सी और ढेर सारे एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, और इसे पाचन, इम्यूनिटी और त्वचा (Skin) के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। लोग इसे जूस, अचार, पाउडर या सप्लीमेंट किसी भी रूप में लेते हैं। लेकिन, एक बात जो अक्सर अनदेखी की जाती है, वह यह है कि आंवला खाना हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता है। रिसर्च बताती हैं कि आंवले में कुछ प्राकृतिक कंपाउंड्स होते हैं जो कुछ संवेदनशील लोगों में एलर्जी या सूजन जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं, और कुछ चिकित्सा स्थितियों में यह आपकी हालत को बिगाड़ भी सकता है।

1. लो ब्लड शुगर वाले लोग रहें सावधान

आंवला में ब्लड शुगर लेवल को कम करने वाले गुण होते हैं। यह उन लोगों के लिए बेहतरीन है जो डायबिटीज़ नियंत्रित कर रहे हैं, लेकिन जिन लोगों का शुगर लेवल पहले से ही बहुत कम रहता हो (Hypoglycemia), उनके लिए यह समस्या खड़ी कर सकता है। अगर आपको बार-बार चक्कर आते हों या कमज़ोरी महसूस होती हो, तो डॉक्टर की सलाह के बिना आंवले का सेवन न करें। ज़्यादा आंवला लेने से ब्लड शुगर तेज़ी से गिर सकता है, जिससे हालात और खराब हो सकते हैं।

2. एसिडिटी और पेट की संवेदनशीलता (Sensitive Stomach)

आंवला स्वाद में खट्टा और प्रकृति में एसिडिक होता है। इसलिए, जिन लोगों का पेट संवेदनशील (Sensitive) होता है, उनके लिए यह कभी-कभी परेशानी बढ़ा सकता है। आंवले के सेवन से एसिडिटी, सीने में जलन (Heartburn), गैस, सूजन और पेट दर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। यदि आपको पहले से ही अल्सर, गैस्ट्राइटिस या एसिड रिफ्लक्स की समस्या है, तो कच्चा आंवला या खाली पेट आंवला खाने से पूरी तरह बचना बेहतर है।

3. रक्त पतला करने वाली दवा लेने वाले मरीज़

आंवला में ऐसे गुण होते हैं जो खून को पतला (Blood Thinning) करने में मदद करते हैं। यह उन लोगों के लिए एक जोखिम बन सकता है जो पहले से ही वॉरफरिन, एस्पिरिन, क्लोपिडोग्रेल जैसी एंटी-कोगुलेंट या ब्लड थिनिंग दवाएं ले रहे हैं। आंवला का सेवन करने से दवा का प्रभाव बढ़ सकता है, जिससे शरीर में अंदरूनी या बाहरी ब्लीडिंग (रक्तस्राव) का खतरा काफी बढ़ जाता है। ब्लीडिंग की समस्या वाले लोगों को इसे बेहद सावधानी से लेना चाहिए।

4. किडनी की समस्या या स्टोन का इतिहास

आंवले में विटामिन सी की मात्रा बहुत अधिक होती है। जब शरीर में बहुत अधिक विटामिन सी पहुँचता है, तो यह ऑक्सालेट नामक कंपाउंड बनाता है। यह ऑक्सालेट शरीर में जमा होकर किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) के जोखिम को बढ़ा सकता है। यदि आपको पहले कभी किडनी स्टोन हुई है या आपकी किडनी कमज़ोर है, तो आंवला का सेवन ज़्यादा मात्रा में बिल्कुल न करें और डॉक्टर से सलाह लें।

5. गर्भवती महिलाएं और एलर्जी वाले व्यक्ति

गर्भवती महिलाएं: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए थोड़ी मात्रा में आंवला सुरक्षित है, लेकिन सप्लीमेंट के रूप में इसकी उच्च मात्रा पेट की परेशानी, दस्त या ऐंठन पैदा कर सकती है। उच्च मात्रा हमेशा डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं लेनी चाहिए।

एलर्जी: कुछ लोगों को प्राकृतिक रूप से आंवले से एलर्जी या संवेदनशीलता हो सकती है। ऐसे में खुजली, रैश, सूजन, मतली या पेट दर्द जैसे लक्षण दिख सकते हैं। ऐसा कुछ महसूस होने पर तुरंत इसका सेवन बंद कर दें।

आंवला एक पावरफुल फूड है, लेकिन यह जानना ज़रूरी है कि वह आपके शरीर के लिए सही है या नहीं। यदि आपको ऊपर बताई गई कोई भी स्वास्थ्य स्थिति है, तो आंवले का सेवन धीरे-धीरे शुरू करें या किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें।