Today weather near me: राजस्थान में अब मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। जहाँ दिन में तेज धूप खिली हुई है, वहीं रात के तापमान में आई गिरावट ने सर्दी की दस्तक दे दी है। राज्य के दो प्रमुख जिलों—सीकर और दौसा—में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुँच गया है, जिससे सुबह और देर रात के समय अब अच्छी खासी ठंडक महसूस की जा रही है।
इस बीच, मौसम विभाग (IMD) ने एक नया अपडेट जारी करते हुए राज्य के 9 जिलों में 27 अक्टूबर से आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है।
तापमान में गिरावट: रातें हुई सर्द
पिछले 24 घंटों में राजस्थान के कई इलाकों में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की गई है। करौली, जालोर, गंगानगर, बाड़मेर, भीलवाड़ा और अजमेर जैसे कई शहरों में न्यूनतम तापमान में 1 से 1.5 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आई है।
शहर न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस)
सीकर 13.0°C
दौसा 13.7°C
नागौर 14.4°C
जयपुर 19.2°C
फिलहाल, सीकर और दौसा राज्य के सबसे ठंडे शहर बने हुए हैं।
दिन में गर्मी का असर बरकरार
इसके विपरीत, दिन के समय तेज धूप के कारण मौसम अभी भी सामान्य बना हुआ है। शनिवार को बाड़मेर राज्य का सबसे गर्म शहर रहा, जहाँ अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जैसलमेर में तापमान 36.5 डिग्री और बीकानेर में 35.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
27 अक्टूबर से बदलेगा मौसम का रुख
मौसम विभाग के अनुसार, 27 अक्टूबर से राजस्थान में मौसम का रुख एक बार फिर बदलने वाला है।
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वर्तमान में तीन प्रमुख मौसमीय सिस्टम एक साथ सक्रिय हैं:
अरब सागर में बना डिप्रेशन सिस्टम।
दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना लो-प्रेशर सिस्टम।
उत्तर-पश्चिम भारत में 26-27 अक्टूबर से सक्रिय होने वाला पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance)।
इन तीनों सिस्टम के संयुक्त प्रभाव से राज्य के दक्षिण-पूर्वी और मध्य भागों में मौसम में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा।
इन जिलों में अलर्ट
26 से 28 अक्टूबर के बीच उदयपुर और कोटा संभाग के 9 जिलों—बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, झालावाड़, बारां, बूंदी, डूंगरपुर, उदयपुर और कोटा—में मेघगर्जन और बिजली चमकने के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में तेज हवाएँ चलने और हल्की आंधी आने की भी आशंका है।
किसानों के लिए मिश्रित खबर
मौसम में यह बदलाव रबी की फसल (गेहूं, चना, सरसों) की तैयारी कर रहे किसानों के लिए थोड़ी राहत लेकर आएगा, क्योंकि हल्की बारिश से खेतों में नमी बढ़ेगी। हालांकि, मौसम विभाग ने किसानों को तेज हवा, आकाशीय बिजली या ओलावृष्टि (अगर हुई तो) से होने वाले संभावित नुकसान के प्रति सतर्क रहने की भी सलाह दी है।
आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण रात के तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से सर्दी का असर पूरे राज्य में महसूस होने लगेगा।

