नई दिल्ली। आज के समय में शिक्षा परिसर के अंदर शिक्षा कम शिक्षकों की गंदगी के वीडियो काफी वायरल हो रहे है जिससे बच्चों का भविष्य डमगमदाता नजर आ रहा है। अभी हाल ही में चित्तौड़गढ़ के एक स्कूल में प्रिंसिपल अरविन्द व्यास और टीचर कांता पांडेय का वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद अभी लोग इस पर चर्चा कर ही रहे है थे कि पश्चिम बंगाल के एक सरकारी विश्वविद्यालय में टीचर और स्टूडेट के बीच हुई सादी के वीडियो ने हल चल मचा दी है। जिससे अस बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
कक्षा में एक छात्र से ‘शादी’ करने का महिला प्रोफेसर के इस वीडियो के वायरल होने के बाद अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए गए। वहीं प्रोफेसर ने अपनी सफाई में बताया है कि यह एक नाटक था जो उनके विषय की पढ़ाई का हिस्सा था।
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सामने आया यह मामला नादिया जिले के हरिंगहाटा में मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MAKAUT) के मनोविज्ञान विभाग का है।
जिसमें एक महिला प्रोफेसर दुल्हन के लिबाज में सजी धजी आती है। और उस सजी प्रोफेसर को प्रथम वर्ष का एक छात्र कक्षा में ‘सिंदूर दान’ करते हुए ‘माला बदल’ (जयमाला) समेत हिंदू बंगाली शादी के विभिन्न रीति-रिवाज निभाते नजर आता है।
अब इस विडियो के वायरल होने के बाद एक बार फिर बच्चो के भविष्य को लेकर सावल खड़े हो गए है। अधिकारियों ने तुरंत इस पर जांच करके तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया और प्रोफेसर से स्पष्टीकरण मांगा है।
उन्होंने बताया कि प्रोफेसर ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों को बताया कि यह एक ‘साइको-ड्रामा’ था, जो उनके विषय की पढ़ाई का हिस्सा था और इसमें कोई वास्तविकता नहीं है।
प्रोफेसर ने दावा किया कि वीडियो केवल विभाग के लिए ही रिकॉर्ड किया गया था लेकिन मनोविज्ञान विभाग के किसी असान नें उनकी छवि को खराब करने के उद्देश्य से इसे ‘लीक’ कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि जांच पूरी होने तक प्रोफेसर को छुट्टी पर जाने के लिए कह दिया गया है।
