नई दिल्ली : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हमारे जीवन में गर्हनक्षत्र विशेष प्रभाव डालने का काम करते है। जिससे जीवन में उतार चढ़ाव आता रहते है। जिसके बीच व्यक्ति की कुंडली में जो ग्रह काफी कमजोर है उसका प्रभाव हमारे जीवन मे काफी तेजी से देखने को मिलता है। जिससे इंसान दुखी बना रहता है। और इन्हीं ग्रहों को मजबूत करने के लिए कुछ रत्न अहम भूमिका निभाते है। उन्हीं ग्रहों में से एक है नीलम।

कई रत्नों में सबसे तेजी से असर करने वाला रत्न नीलम रत्न माना गया हैं। जिसको धारण करने से यह व्यक्ति आसमान की ऊचाई छू लेता है। यह रत्न भाग्योदय का रत्न माना गया है।

कहा जाता है कि नीलम रत्न को पहनने से शनि देव की कृपा दृष्टि उस इंसान पर हमेशा बनी रहती है उसे जीवन में अपार सफलता मिलती है। आइए जानते हैं इसके बारे में..

नीलम रत्न का स्वभाव

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जिन लोगों को गर्ह कमजोर होते है। उन जातकों को नीलम रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। इसके धारण करने से जातकों की सारी परेशानियां धीरे-धीरे खत्म हो जाती हैं जिन लोगों की कुंडली में शनि अशुभ फल देते हैं, उन्हें शनि का रत्न नीलम पहनने की सलाह दी जाती है।

नीलम का असर

नीलम रत्न तेजी से इंसान के जीवन में प्रभाव डालने का काम करता है। यदि यह रत्न आपके लिए अनुकूल नही हैं तो इसे तुंरत उतार देना चाहिए, नही तो जीवन में कई तरह की तकलीफों का सामना करना पड़ सकता हैं।

नीलम अनुकूल ना होने पर बुरे और डरावने सपने आने शुरू हो जाते हैं. जो जिंदगी में आने वाली परेशानियों की चेतावनी देते है।

ये रत्न पहनते ही सबसे पहले उसे राहत मिलनी शुरू हो जाती है, जो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहा हो.

किन राशि वालों को नीलम पहनना चाहिए?

कहा गया है कि शनिदेव मकर और कुंभ राशि के स्वामी होते हैं, इसलिए इस राशि के जातकों के लिए नीलम पहनना काफी शुभ माना गया है. इसके अलावा वृष, मिथुन, कन्या, तुला राशि के लोग भी नीलम रत्न धारण कर सकते हैं लेकिन इसे पहनने से पहले ज्योतिषाचार्य से सलाह अवश्यक लें।