आज के समय में हर कोई यूपीआई का इस्तेमाल करता है और अगर आप भी यूपीआई ग्राहक हैं तो ये खबर आपके काम आ सकती है। लोगों के लिए UPI से पैसे ट्रांसफर करना बहुत आसान और सुरक्षित है। हमारे देश में एक छोटे दुकानदार से लेकर बड़े व्यापारी भी UPI का ही इस्तेमाल करते हैं। RBI की तरफ से ऑटो बैलेंस की लिमिट का भुगतान कर को 15 हजार रुपये से 1 लाख रुपये तक प्रति लेन-देन कर दिया गया है। लेकिन यह सुविधा कुछ स्पेशल ग्राहकों के लिए ही उपलब्ध है, इस सुविधा का फायदा हर किसी को नहीं होगा।

इस पोर्टफोलियो में फ़्रैंचाइज़ी फ़्रांसीसी भी शामिल है। अभी तक 15 हजार रुपये के बाद रिक्रिंग ट्रांजेक्शन के लिए कार्ड, प्रीपेपेट व्हीलचेयर और यूपीआई पर डायरेक्ट समय छूट की मंजूरी मिलती है। RBI ने रिकरिंग ट्रांजेक्शन के लिए ई-निर्देश के निष्पादन के लिए कहा है कि, प्रीमियम के भुगतान, फ़्रैंचाइज़ी फंड के शेयरधारकों और क्रेडिट बिल के आधार पर एक मोबाइल की सीमा 15 हजार रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक है।

आपको बता दें कि यूपीआई से ट्रांजिक्शन की राशि बढ़ने का ऐलान RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने निरीक्षण सप्ताह में किया था। उन्होंने UPI से लेन-देन की सीमा को 15 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये करने की घोषणा की थी। लोगों के लिए UPI से पैसों को ट्रांसफर करना बहुत ही आसान लगता है, और पासवर्ड होने की वजह से ये सुरक्षित भी है।

लोगों के लिए UPI से ट्रांजिक्शन करना डिजिटल डेटा का पसंदीदा तरीका बन गया है। RBI के मुकाबले दर को 4 प्रतिशत के आंकड़ों में शामिल करने के लिए रिजर्व बैंक को 5वीं बार 6.5 प्रतिशत की बढ़त मिली है। इसके अलावा चालू वित्त वर्ष के लिए देश की जे.पी.पी.जी.पी. का अनुमान 7 प्रतिशत किया गया है।