नई दिल्ली: जीएसटी कांउंसिल की 49th बैठक के बाद जो निर्णय लिए गए उससे कई चीजों पर सरकार ने टैक्स घटाया है, तो कई सामान पर टैक्स की दर बढ़ गई है, इस आर्टिकल में आपको बताएंगे सरकार ने किन-किन वस्तुओं पर टैक्स घटा कर लोगों को राहत प्रदान की है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल की 49वीं बैठक संपन्न हो गई है। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। ये फैसले ज्यादातर लोगों को राहत देने वाले साबित होंगे। एसटी कांसिल की बैठक में जो निर्णय लिए गए उनमें ग्राहकों की जेब पर असर भी पड़ेगा। इस मीटिंग में जो फैसला लिया गया है उनमें कई ऐसी उपयोग की चीजें हैं जिनमें जीएसटी शून्य कर दिया गया है। इसके अलावा कई ऐसी वस्तुएं हैं जिनमें फैसला पेंडिंग हैं और फैसला अगली मीटिंग में लिया जाएगा। खास कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स को भी राहत मिलेगी।

लिक्विड गुड़ पर जीएसटी हुआ शून्य

लिक्विड गुड जिसे राब कहते हैं। पहले इस पर 18 फीसदी जीएसटी लगता था लेकिन कलके फैसले के बाद इस पर कोई जीएसटी नहीं लगेगी, इसके लिए शर्त यह है कि राब या लिक्विड गुड़ पैक नहीं होना चाहिए यह खुला होना चाहिए सरकार का मकसद है इससे किसानों को सीधए राहत मिल सकें, जबकि ये गुड़ यदि प्री पैक्ड या लेबल्ड है तो इस पर पांच फीसदी जीएसटी लगेगा। सरकार ने इस बार स्टूडेंट्स को भी राहत देने का फैसला किया है, पेंसिल और शार्पनर पर लगने वाले जीएसटी को घटा दिया गया है, अब इन पर 18 फीसदी की जगह केवल 12 फीसदी जीएसटी ही लगेगा। इससे पहले जीएसटी फाइल करने में यदि देरी होती थी तो लेट फीस भरना पड़ता था लेकिन वह भी कम किया गया है। सरकार ने प्रतियोगी परीक्षा देने वाले छात्रों को भी बड़ी राहत दी है अब एग्जामिनेशन फीस पर GST नहीं लगेगा।

पान मसाले और गुटखे पर आया फैसला

जीएसटी काउंसिल की बैठ में पान मसाला और गुटखा पर भी अहम फैसला लिया गया है। इसमें पान मसाला और गुटखा जैसे प्रोडक्ट पर, उसके प्रोडक्शन के मुताबिक जीएसटी लगाने का निर्णय लिया गया है। सीधे तौर पर समझा जाए तो इन दोनों सामानों पर कैपेसिटी बेस्ड टैक्सेशन लगेगा। इसके अलावा टिकाऊ कंटेनरों पर लगे टैग ट्रैकिंग डिवाइस पर और डेटा लॉगर्स पर GST में कुछ शर्तों के साथ 18% से घटाकर शून्य टैक्स किया गया है।