नई दिल्ली। पुराने नोट और सिक्कों की खरीदी ब्रिकी का चलन इन दिनों मार्केट में तेजी से बढ़ता जा रहा है। जहां पर काफी पुराने नोट और सिक्के को बेचकर लाखों की कमाई कर रहे है। ब्रिटिश काल के समय के कुछ कुछ नोट और सिक्के तो ऐसे भी जिनकी करोड़ों की बोली लगती है। यदि आप जल्द से जल्द करोड़पति बनना चाहते है तो अपने घर की तिजौरी में रखे उन सिक्कों के एकत्रित कर लें। लेकिन इस तरह की खबरे कितनी सच साबित होती है। इसका एक उदाहरण अभी हाल ही में देखने को मिला था। जिसमें आरबीआई की गाइडलाइन जारी करने के बाद भी उन्हें लाखों का चुना लगा था।

इन दिनों सोशल मीडिया पर ज्यादातर पुराने सिक्कों की खरीदी बिक्री की खबरे काफी ज्यादा देखने व सुनने को मिल रही है। जिसमें लोगों को आकर्षित करने के लिए तरह तरह के ऑफर देकर लुभाया जा रहा है जिसके बीच एक ठगी का मामला भी सामने आया है। जिसमें एक बिलासपुर के प्रॉपर्टी डीलर को एंटीक कॉइन (पुराने सिक्के) बेचने के नाम से छह लाख रुपए का चूना लगाया है।

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सोशल मीडिया में पुराने सिक्के के बदले लाखों रूपए मिलने की खबरों को सुनकर डीलर ने भी अपने पास रखे पुराने नोट और सिक्कों को बेचकर करोड़ों रूपए की कमाई करनी चाही। इन सिक्कों की ममद से तगड़ी कमाई करने के लालच से उन्होने दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल करके पुराने सिक्कों को बेचने के लिए तैयार हो गया। इसके बाद जब शिकारी जाल में फस गया तब खरीददार अलग अलग लालच देकर अलग-अलग बहाने बताकर पैसा गने का काम शुरू कर दिया। जिसके बाद से उनके एकाउंट से छह लाख रुपए निकाल लिए गए। अब प्रॉपर्टी डीलर पुलिस के चक्कर लगा रहा है। धोखाधड़ी का यह मामला बिल्हा थाना क्षेत्र का है।

धोखाधड़ी के जाल में फसे पीड़ित कैलाशचंद अग्रवाल को पुराने सिक्के व नोटों को जोड़ने का बड़ा शौक रहा हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि वे हमेशा अपने मोबाइल पर पुराने नोट और सिक्कों को बेचने से संबंधित वीडियो देखते थे। इसी दौरान एक वीडियो में उन्हें पुराने सिक्कों को बेचने के लिए एक फोन नम्बर मिला।

पहले वॉट्सऐप पर मंगाई तस्वीर

प्रॉपर्टी डीलर ने बताया कि उनसे पुराने सिक्कों और नोट की तस्वीर को वॉट्सऐप पर भेजने के लिए कहा गया था जिसके बाद इन तस्वीरों को देखने के बाद फोन उठाने वाले ने इन सिक्के व नोट की अलग-अलग 11 लाख रुपए करीब कीमते रखी। लेकिन इससे पहले रजिस्ट्रेशन कराने के नाम से कुछ पैसा जमा कराने को कहा गया। इसके बाद टैक्स के नाम से और अलग-अलग तरह से पैसे जमा के लिए कहते रहे।
छह लाख की ठगी

इसके बाद ठगो ने उनसे अकाउंट में पैसे जमा कराने को कहा। इसी दौरान ठग ने उन्हें बताया कि वह आपका पैसा किसी के द्वारा भेज रहे है। लेकिन गाड़ी को पुलिस ने रोक लिया है और उन्हें पैसों की जरूरत है। छह लाख रुपए देने के बाद भी जब उनकी पैसों की मांग बढ़ती चली गई तब उन्हें अहसास हुआ कि वो ठगों के चंगुल में फसं गए है। उन्होंने तुरंत पुलिस को शिकायत की, जिसके बाद धोखाधड़ी का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई।