नई दिल्ली। आज के समय में हर किसी की हाथ में मोबाइल होना उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा जरिया बन चुका है जिसके बिना अब सीन की जिंदगी अधूरी है। लोग पेट भरना भूल सकते है लेकिन मोबाइल से लग रहना उन्हें बर्दाश्त नही है। जिसके चलते अब बड़े से लेकर छोटे तक के लोग इसके आदि हो चुके हैं। इतना ही नही पैद होते बच्चे को भी मांबाप मोबाइल देखना सिखा देते है। जिसके बाद उनके लिए वो मुसीबत का कारण भी बन जाता है। क्योकि लागातर फोन का उपयोग होते रहने स उसकी बैटरी भी जल्दी उतरनी शुरू हो जाती है। ऐसे मों लोग मोबाइल को चार्ज ही नही बल्कि फुल चार्ज रखना ज्यादा पसंद करते हैं।

अक्सर आपने देखा होगा कि ज्यादातर लोग अपने फोन को 100% होने तक चार्ज पर लगाए रहते है। उनकी सोच भी यही होती है कि फुल चार्ज रहने पर यह लंबे समय तक चलेगा।  लेकिन इस बात को बहुत कम लोग ही जानते होगें कि 100% बैटरी होने पर फोन के खराब होने के खतरा ज्यादा होते है।  चलिए जानते है कि आपको फोन कितने प्रतिशित चार्ज करना सही रहेगा…

दरअसल, हमारे मोबाइल की बैटरी लीथियम आयन से बनी होती है, जिससे यह बैटरी उस टाइम ज्यादा अच्छा रिजल्ट देती है जब इसकी चार्जिंग 30 से 50% तक रहती है। यदि आप हमेशा फोन को 100% चार्ज करेगें तो बैटरी पर इसका खराब असर पड़ेगां जिससे बैटरी जल्दी खराब हो जाती है।

वहीं, सांईटिफिक  नजर से देखे तो एक लीथियम आयन बैटरी की जिन्दगी 2से 3 साल के बीच की होती है। एक स्मार्टफोन की बैटरी की 300 से 500 की चार्ज साइकिल होती है। इसका मतलब आप अपने फोन की बैटरी को सिर्फ 300 से 500 बार तक 0 से 100% तक चार्ज कर सकते हैं।

अगर आप अपने फोन की बैटरी को चार्ज पर लगाते है तो कोशिश यह करें कि  बैटरी मिड रेंज में ही चार्ज्ड हो। ज्यादा समय तक यानि बैटरी 0% या 100% रहती है तो दोनों ही परिस्थितियों में बैटरी के जल्दी खराब होने का डर बना रहता है।