Mustard Oil Prices: नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में तेजी के चलते देश में पामोलीन और सोयाबीन तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो गई है हालांकि घरेलू मांग के चलते सरसों तेल और मूंगफली के तेल में गिरावट दर्ज की गई। फिलहाल लेटेस्ट मार्केट अपडेट के अनुसार सरसों का तेल खुदरा में 154 रुपए प्रति लीटर और थोक में 120 रुपए प्रति लीटर की दर से बेचा जा रहा है।

अपनी अधिकतम कीमत से 60 रुपए सस्ता हो चुका है सरसों का तेल (Mustard Oil Prices)

दिसंबर के समय सरसों के तेल की कीमत 200 रुपए प्रति लीटर से अधिक हो गई थी। हालांकि अब तेल की कीमतों में अत्यधिक कमी आ चुकी है और तेल लगभग 60 रुपए सस्ता चल रहा है। मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार फिलहाल सरसों की अच्छी उपज के चलते सरसों के भाव में गिरावट चल रही है परन्तु मांग बढ़ने पर कीमतों में तेजी आ सकती है। ऐसे में यदि आप सरसों का तेल खरीदना चाहते हैं तो अभी खरीद लें।

वर्तमान में सरसों के तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का एक कारण पेट्रोल-डीजल की बढ़ती हुई कीमतें भी हैं जिसकी वजह से कच्चे माल और दूसरी चीजों के ट्रांसपोर्टेशन की लागत बढ़ गई है। जहां कहीं भी सरसों की पैदावार होती है, वहां पर तेल की कीमतें नियंत्रण में है परन्तु दूसरे स्थानों पर ऊंची ट्रांसपोर्टेशन लागत के चलते तेल में तेजी आ रही है। इसके अलावा जमाखोरी के चलते भी तेल की कीमतों में तेजी आ जाती है।

मार्केट में ये रही सरसों के तेल की कीमत

पिछले कुछ दिनों के ट्रेंड को देखा जाए तो सरसों के तेल में सुधार आया है। गत सप्ताह तेल 15000 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। पकी घानी और कच्ची घानी के तेल की कीमतों में 20 से 25 रुपए का सुधार देखा गया। इसी तरह विदेशी बाजारों की मजबूती के चलते सोयाबीन तेल के भाव में भी 25 से 35 रुपए की बढ़ोतरी हो गई है।