आपको बता दें कि भारत का एक फैसला पाकिस्तान के लिए वरदान साबित हुआ है। इस फैसले के कारण पाकिस्तान की लॉटरी लग गई है। आपको बता दें कि जुलाई 2023 में भारत ने गैर बासमती चावल पर रोक लगा दी थी। जिसके कारण वैश्विक बाजार में चावल की कमी आ गई थी। इस कारण पाकिस्तानी चावल की मांग बढ़ गई थी। अब पाकिस्तान ने दावा किया है कि पाकिस्तान भारत की तुलना में यूरोपीय बाजारों को अधिक चावल निर्यात कर रहा है।

पाकिस्तान को हुआ फायदा

आपको बता दें कि भारत दुनिया में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है। लेकिन भारत ने अपने यहां बढ़ती महंगाई को देखते हुए गैर बासमती चावल के निर्यात पर रोक लगा दी थी। इस बैन से पाकिस्तान को अच्छा लाभ हुआ है यानि भारत के बैन के कारण वैश्विक बाजार में पाकिस्तानी चावल की मांग काफी बढ़ गई है। अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर का भी कहना है कि भारत के बैन के कारण पकिस्तान को अच्छा लाभ हो सकता है।

हिस्सेदारी बढ़ाने का मौक़ा

आपको बता दें कि कि भारत से निर्यात होने वाले चावल में गैस बासमती चावक की 25% हिस्सेदारी होती है। भारत गैर बासमती चावल का एक्सपोर्ट सबसे ज्यादा अमेरिका, इटली, स्पेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया तथा अन्य कई देशों में करता है। अब इन देशों में चावल खरीदने की तौबा मची हुई है। अतः अब पाकिस्तान के पास इन देशों को चावल निर्यात कर अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का अच्छा मौक़ा है।