Paytm Payments Bank ने Fastag इशू करने की सुविधा को रोक दिया है। इस पर अदालत ने Paytm को एक नोटिस भी भेजा है। फास्टैग के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई पहली बार हुई है। सरकार ने यह फैसला इलेक्ट्रॉनिक टोल भुगतान प्रणाली में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से किया है।

बता दें कि भारत में Indian Highways Management Company (IHMCL) टोल से संबंधित मामलों को देखती है। लोग Paytm Payments Bank की सहायता से Fastag को हासिल कर लेते थे। लेकिन अब Paytm ने इसको इशू करने की सुविधा बंद कर दी है। यानी कि अब Paytm यूजर्स के लिए नया FasTags इशू नहीं कर सकेगा। टोल से जुड़े मामलों को देखने के लिए और फैसले लेने की क्षमता NHAI की तरफ से IHMCL को दी गई है।

Paytm Payments Bank सर्विस-लेवल एग्रीमेंट (SLA) के तय किए गए पैरामीटर्स और नियमों का पालन नहीं कर रहा था। इसलिए पेटीएम को किसी भी नए टोल के Fastag को इशू कराने के लिए रोक दिया गया है।

आपको बता दें कि IHMCL ने पेटीएम को इसके लिए कारण बताओ नोटिस भी भेजा था। जिसमें साफ पूछा गया था कि इस मामले में पेटीएम के खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। इस तरफ का कदम पहली बार लिया गया है जब फास्टैग को लेकर इस तरह का फैसला लिया गया है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार काफी समय से एक वाहन, एक फास्टैग पर काम कर रही है। इसकी सहायता से सरकार भारत में लागू इलेक्ट्रॉनिक टोल भुगतान प्रणाली में पारदर्शिता लाने की कोशिश कर रही है।

इससे पहले पेटीएम की तरफ से कई फास्टैग जारी कर दिए जाते थे। लेकिन अब सरकार ऐसे सभी फास्टैग को निष्क्रिय करने जा रही है जिनको पहले से इशू किया गया था। बता दें कि इस कार्रवाई को 31 जनवरी से शुरू किया जाएगा।