हमारे सनातन धर्म के सामुद्रिक शास्त्र में मनुष्य के शरीर के हर एक अंग का उल्लेख किया गया है जिसके जरिए आप किसी भी व्यक्ति के व्यवहार और भविष्य के बारे में पता लगा सकते हैं।

आप किसी व्यक्ति के हाथ-पैर की बनावट व संरचना के माध्यम से उसके स्वभाव के बारे में भी जान सकते हैं। आपने यदि ध्यान से देखा होगा कि हर किसी के शरीर में कुछ अलग होता है। ऐसे ही आपने देखा होगा कि कुछ लोगों के नाखून के निचले हिस्से में अर्धचंद्र के जैसे सफेद निशान होता है।

सामुद्रिक शास्त्र में इस अर्धचंद्र के बारे में काफी कुछ बताया है। आज हम इस लेख में इसके बारे में ही बताने जा रहे हैं कि इस तरह के अर्धचंद्र से क्या होता है और उस व्यक्ति का स्वभाव कैसा होता है।

आपको बता दें कि जिन लोगों के अंगूठे के नाखून में इस तरह अर्धचंद्र बना होता है, उनको अपने जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा इसका दूसरा अर्थ होता है कि जिसके भी नाखून में ऐसा होता है वो दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा ही तैयार रहते हैँ।

जिस भी व्यक्ति के अंगूठे में इस तरह का अर्धचंद्र बनता है वह बहुत बद्धिमान होते हैं और साथ ही में इन लोगों को बहुत बलशाली भी माना जाता है। इसके अलावा वह व्यक्ति काफी साफ दिल का माना जाता है और किसी के लिए भी बुरा नहीं सोचता है।

इस तरह का अंगूठे के नाखून में आकार यह भी दर्शाता है कि उस व्यक्ति को कभी पैसों की तंगी नहीं होगी और आगे चलकर ये लोग अपनी मेहनत से खूब कमाई करते हैँ।

जिस किसी के भी व्यक्ति के नाखून में इस तरह का अर्धचंद्र गहरा और साफ दिखाई देता है, तो वे शारीरिक और मानसिक रुप से मजबूत माने जाते हैं। यदि ये आकार धुंधला या ना के बराबर हो तो उस व्यक्ति के शरीर में काफी समस्या होती है।