खेती का कार्य दुनिया के प्रत्येक देश में किया ही जाता है। खेती से ही अन्न मिलता है, जो की जीवन को गति प्रदान करता है। हमारे देश में भी बड़ी संख्या में लोग खेती ही करते हैं। इसी कारण भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बता रहें हैं। जहां सांपो की खेती की जाती है अर्थात सांपो को इस प्रकार से पाला जाता है ताकी वे तेजी से बढ़ते जाएं।

जानकारी दे दें की चीन ही एक ऐसा देश है जहां पर सांपो की खेती की जाती है। वैसे भी चीन अजीबोगरीब चीजों को खाने के मामले में पहले स्थान पर आता ही है। यहां का एक गांव ऐसा है जहां पर बड़े स्तर पर सांपो की खेती की जाती है। आइये अब आपको इस गांव के बारे में बताते हैं।

यहां होती है सांपो की खेती

हम बात कर रहें हैं चीन के जिसिकियाओ गांव के बारे में। यहां के लोग खतरनाक सांपो की खेती करने के लिए जाने जाते हैं। यहां पर बड़े स्तर पर सांपो की खेती की जाती है। आपको बता दें की यहां के निवासी किंग कोबरा, वाइपर तथा रैटल जैसे खतरनाक सांपो की खेती करते हैं। हालांकि कुछ लोगों को अभी तक यह नहीं पता की सांपो की खेती किसलिए की जाती है। आइये अब आपको सांपो की खेती करनेके पीछे के कारण के बारे में बताते हैं।

दवाओं के लिए करते हैं यह काम

आपको जानकर हैरानी होगी की जिसिकियाओ गांव में लोग जो बड़े स्तर पर सांपो की खेती करते है। वे दवाओं के लिए करते हैं। असल में चीन की भी अपनी परंपरागत चिकित्सा है, जिसमें कई बीमारियों का उपचार करने में जो दवाएं निर्मित की जाती हैं, उनमें सांपो के जहर का उपयोग होता है। इन्हीं दवाओं के निर्माण के लिए ये लोग सांपो की खेती करते हैं। माना जाता है की सांप के जहर के तैयार दवा को यदि शराबपीने से पहले लिया जाए तो शराब का लिवर पर काफी कम प्रभाव पड़ता है और इस कारण शराब का सेवन करने वाला व्यक्ति स्वस्थ रहता है।

सांप के जहर के बनती है दवा

चीन का जिसिकियाओ गांव असल में इसलिए फेमस है क्योकि सांपो के जहर से बनने वाली सभी दवाएं इसी गांव में ही निर्मित की जाती हैं। यह गांव चीन में लगभग 90 प्रतिशत सांपो की आवश्यकता को पूरी करता है। इसी कारण इस गांव को स्नेक विलेज या सांपो का गांव भी कहा जाता है। अब आपको पता चल ही गया होगा की चीन के जिसिकियाओ गांव में सांपो की खेती क्यों की जाती है।