नई दिल्ली। बच्‍चों को सही दिशा के साथ सही मार्गदर्शन मिले इसके लिए नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के जरिए अब 36 साल के बाद भारतीय शिक्षा नीति में काफी बदलाव किया जा रहा हैं। जिससका मुख्य उद्देश्य एनईपी में पिछली शिक्षा नीति से कुछ बड़े सुधार करके नवाचार और गुणवत्ता लाने की कोशिश की जाएगी। एनईपी के तहत जो भी विषयों पर बदलाव गए है वो किताबें अगस्त 2023 तक तैयार हो जाएंगी।

हाल ही में नेशलन करिकुलम फ्रेमवर्क की संचालन समिति की बैठक में कक्षा 1 से लेकर 12 वीं तक की शिक्षा नीति में कई बड़ें बदलाव किए जाने पर चर्चा हुई है, जो 2023-24 एकेडमिक सेशन में लागू होंगे।

नई शिक्षा नीति 2023 के तहत कक्षा 1 से लेकर 12 वीं तक के सिलेबस में काफी बदलाव किए जा रहे हैं। अब नई शिक्षा नीति 2023 के तहत छात्रों की नई किताबों में विश्व इतिहास (world history), वैदिक गणित (Vedic maths) और भगवद् गीता के श्लोकों जैसे बड़े ग्रंथों को शामिल किया जाएगा।

हायर सेकेंडरी कक्षा में छात्रों की नई किताबों में विश्व इतिहास में ग्रीस से लेकर मगध का इतिहास के साथ धार्मिक सुधारों की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा भारत के प्रमुख दार्शनिक स्कूलों के बारे में भी पढ़ाया जाएगा। स्कूल एजुकेशन 2023 में के गे बदलाव में ब छात्र इतिहास में मध्ययुगीन भारत और विश्व में धार्मिक सुधार आंदोलन, औपनिवेशिक शक्ति का उदय और उनकी नीतियां नेशलन जैसी चीजों के बारे में जानकारी हासिल कर पाएंगें।