स्मार्टफोन हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बन चुके हैं, लेकिन उनका उपयोग कैसे किया जाए, इसकी जानकारी होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों का मानना है कि तकिये के नीचे मोबाइल रखने से रेडिएशन के संपर्क में आने की संभावना बढ़ती है, जिससे ब्रेन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

स्मार्टफोन से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड्स (EMF) हमारे शरीर की कोशिकाओं पर प्रभाव डाल सकते हैं, जिससे डीएनए क्षति और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए, यह सुझाव दिया जाता है कि रात में सोते समय मोबाइल को अपने से दूर रखें और वाई-फाई को बंद कर दें, ताकि स्वास्थ्य जोखिम को कम किया जा सके।”

एक शोध में बताया गया है कि यदि दिन में दो से तीन घंटे तक फोन चलाया जाए तो कई समस्याओं से बच सकते हैं। ज्यादा देर तक फोन चलाने से आपको गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए आपको ज्यादा फोन चलाने से बचना चाहिए। इसलिए आपको सोते समय फोन को दूर रखना चाहिए।

आज के समय में हर पल मोबाइल फोन रखना बहुत परेशानी हो सकती है। बड़ों से लेकर छोटे बच्चे तक दिनभर मोबाइल देखते रहते हैं। जिसका आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इस मोबाइल के रेडिएशन ब्रेन को प्रभावित करते हैं। जिससे आपको कई तरह की बीमारियां हो सकती है, जिसमें से ब्रेन कैंसर भी हो सकता है।

WHO के मुताबिक स्मार्टफोन से निकलने वाली आरएफ रेडिएशन ब्रेन कैंसर यानी ग्लिओमा के खतरे को बढ़ा देते हैं। बता दें कि मोबाइल से निकलने वाला आरएफ रेडिएशन ब्रेन के रिएक्शन टाइम, स्लीप पैटर्न और ब्रेन एक्टिविटी को प्रभावित करता है।
इस फोन से आपके नींद और मूड में प्रभाव डालती है। इसके साथ ही में बदलाव, एंग्जाइटी और स्ट्रेस की समस्या बढ़ जाती है। फोन में एकाग्रता बिगड़ती है, गर्दन-कंधों में दर्द, सिरदर्द हो सकता है, आंखें खराब हो सकती हैं, आंखों के नीचे डार्क सर्कल भी सकते हैं।