नई दिल्ली। सड़कों पर हो रहे लगातार हादसे को देखते हेुए भारत में ही नही अन्य देशों में भी नए नियम निकाले गए है जिसके तहत नशे में गाड़ी चलाना जुर्म माना गया है यदि ऐसे में आप पकड़े जाते हैं तो  कठोर जुर्माना लगा दिया जाता है। लेकिन एक इंसान ऐसा भी है जो रोज शराब पीकर गाड़ी चलाते पाया जाता है लेकिन पुलिस उसका बाल भी बांका नही कर पाती है। जबकि ना तो वो कोई अधिकारी है। नाही कोई  सेलिब्रिटी..

यह मामला बेल्जियन (Belgian) का है जहां एक शख्स को शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए पकड़ा गया। लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ने के बजाए  आरोपों से बरी कर दिया गया। बताया जा रहा है उस शख्स को ऑटो ब्रिवरी सिंड्रोम (ABS) नाम की दुर्लभ बीमारी है। इस बीमारी से पीड़ित इंसान के शरीर में बिना शराब पीए ही अपने आप अल्कोहल बनना शुरू हो जाते है जिसके बाद शख्स नशे जैसा दिखाई देता है। रॉयटर्स के मुताबिक आरोपी के वकील एंसे गेशक्वीयर ने पुलिस को बताया कि यह संयोग है कि उनका क्लाइंट शराब की फैक्ट्री में काम करता है, और वो भी ऐसी ही एबीएस नाम की बीमारी से ग्रस्त है।

सिंड्रोम (ABS बीमारी)

डॉक्टरों के मुताबिक ऑटो ब्रिवरी सिंड्रोम (ABS) को गट फर्मेंटेशन सिंड्रोम (GFS) के नाम से भी जाना जाता जो बहुत दुर्लभ बीमारी होता है। इस स्थिति में आंत में जब कवक की अत्यधिक वृद्धि होती है तो वो कार्ब्स और शर्करा को अल्कोहल में बदल देती है। जो इंसान के खून में पहुंच जाती है। ऐसे में जब ब्रीथ एनालाइजर से इसान के शरीर का टेस्ट किया जाता है तो उसके शरीब में अल्कोहल की मात्रा पाई जाती है। जबकि उसने शराब नहीं पी होती है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में ये बीमारी सिर्फ 20 लोगों में ही पाई गई थी  हुई है।

क्या है इस बीमारी का इलाज?

ऑटो ब्रिवरी सिंड्रोम (ABS) नामक गातर बीमारी से छुटकारा भी पाया जा सकता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार सके लिए मरीज को अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करना होगा। खानपान में कार्बोहाइड्रेट और शुगर की मात्रा का कम करके कंट्रोल करना पड़ता है।. इसके अलावा यदि शख़्स को शुगर (Blood Sugar), मोटापा जैसी बीमारी है तो उसे भी कंट्रोल करने की जरूरत है।