गर्मी का मौसम शुरू होते ही लोग खुद को ठंडा रखने के लिए कई तरह की चीजों सहारा लेना शुरू कर देते हैं। इस मौसम में खानपान से लेकर कपड़े भी बदल जाते हैं। गर्मी के मौसम में ठंडा पानी पीने का अपना आनंद है। इससे न सिर्फ आपकी प्यास बुझती है बल्कि गर्मी से भी आपको राहत मिलती है। यही कारण है की गर्मी का मौसम शुरू होते ही फ्रीज में पानी रखा जाने लगता है।

आपको बता दें की फ्रीज का पानी भले ही आपको गर्मी से राहत दिलाता है लेकिन इसके बहुत से नुकसान भी होते हैं। अतः मटके का पानी पीना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में या छोटे शहरों में लोग मटके का पानी पीना काफी पसंद करते हैं। आइये अब हम आपको मटके के पानी का सेवन करने के कुछ लाभ यहां बताते हैं।

प्राकृतिक रूप से होता है ठंडा

आपको बता दें की मटके का पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा होता है। बता दें की मिट्टी के वर्तन की सतह पर छोटे छेद होते हैं, इनसे पानी इवापोरेट हो जाता है। इवापोशन के कारण वर्तन के अंदर के पानी की गर्मी दूर हो जाती है और वह ठंडा हो जाता है।

पेट को दिलाता है राहत

हम जो कुछ भी खाते हैं, उसका ज्यादातर हिस्सा एसिडिक हो जाता है और वह टॉक्सिन्स बनाने का कार्य करता है। मिट्टी अल्कालाइन नेचर की होती है, जो की एसिडिक फ़ूड से रिएक्ट करती है तथा आवश्यक पीएच संतुलन को बनाती है। जिसके कारण एसिडिक तथा गैस्ट्रिक संबंधी समस्याएं दूर रहती है।

बूस्ट होता है मेटाबॉलिज्म

जानकारी दे दें की मिट्टी के वर्तन के पानी में किसी प्रकार का केमिकल नहीं होता है। अतः यदि आप प्रतिदिन मटके या सुराही से पानी का सेवन करते हैं तो आपका मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। इसके साथ इस पानी में मौजूद मिनरल के कारण यह आपके पाचन में भी सुधार करता है।

लू से बचाये

गर्मी के मौसम में लू लगना काफी सामान्य होता है। ऐसे में मटके के पानी के सेवन से लू से लड़ने में काफी मदद मिलती है। बता दें की मिट्टी का वर्तन पानी में मौजूद मिनरल्स तथा पोषक तत्वों को बरक़रार रखता है तथा जल्दी ही रिहाइड्रेट करने में मदद करता है।

गले की समस्या से बचाये

गर्मी के मौसम में फ्रीज का पानी पीने से गले में खराश की समस्या हो जाती है। इसके विपरीत आपको मटके का पानी से किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। असल में मटके के पानी का तापमान सामान्य होता है, जिसके कारण आपको गले की समस्या नहीं होती है।