नई दिल्ली। SIR in UP के चरण चल रहे हैं। राजस्थान में भी नए नाम जोड़ने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नाम जोड़ने के लिए किसी को कहीं नहीं जाना। सीधे अपने BLO से फॉर्म लेकर सबमिट करना होगा। बीएलओ ही आपको सबकुछ डॉक्यूमेंट और प्रोसेस बताता है। फाइनल सबमिट बीएलओ ही करता है। यदि आप भी 18 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं तो गणना पत्रक नहीं भरना होगा, बल्कि इसके लिए फार्म संख्या छह को भरा जाना है। ये फार्म बीएलओ के पास या बूथ पर मिल जाएगा। आनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं।

संशोधन के लिए जरूर भरें फार्म- आठ

SIR in UP इसी तरह मृतक अथवा दो स्थानों की मतदाता सूची में नाम होने पर फार्म संख्या सात भरकर नाम को डिलिट कराया जा सकता है। शिफ्ट होने पर फार्म संख्या आठ भरना है, जिसमें नाम सुधार, पता संशोधन व जन्मतिथि में सुधार कर सकते हैं। मतदाता बने रहने के लिए गणना पत्र भरकर शीघ्र जमा करें, जिससे उसे समय पर डिजिटाइज किया जा सके।

जिले में मात्र 470 थर्ड जेंडर हैं

SIR in UP जनपद में कुल 46 लाख 92 हजार 860 मतदाता हैं, जिसमें 25 लाख 42 हजार 506 पुरुष व 21 लाख 49 हजार 884 महिला हैं। इसके अलावा 470 थर्ड जेंडर हैं। जिले के सभी 12 विधानसभा क्षेत्रों में 4731 बूथों पर इतने ही बीएलओ तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 484 सुपरवाइजर और 84 सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।

सवा दो लाख नाम कटेंगे

SIR in UP मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान में कई तरह के आंकड़े सामने आए हैं। एक तो यह कि 10 लाख 75 हजार के करीब ऐसे लोगों के नाम भी जुड़े हैं, जो एएसडी वोटर की श्रेणी में हैं। एएसडी माने अबसेंट, शिफ्टेड, डेड व डुप्लीकेट हैं। दो लाख 30 हजार से ज्यादा मतदाता ऐसे हैं जिनके नाम शहर के साथ ही देहात की भी मतदाता सूची में भी हैं, जो एक स्थान का फार्म नहीं जमा कर रहे हैं।

एएसडी श्रेणी के वोटर अलग से

मंगलवार रात तक जनपद में लगभग 96 प्रतिशत गणना फार्म डिजिटाइज हो गए। शेष चार प्रतिशत फार्म को डिजिटाइज करने के लिए बुधवार के बाद गुरुवार को महाअभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही एएसडी श्रेणी के मतदाताओं का फिर से सत्यापन कराया जाएगा। इसके लिए विधानसभावार एडीएम तथा एसीएम और अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों को लगाया गया है।

सत्यापन का है ये तरीका

बूथों पर राजनैतिक दलों के नियुक्त प्रतिनिधि तथा उनके बूथ लेबल एजेंट के साथ सत्यापन का कार्य होगा। इसमें गलतीवश कोई एएसडी श्रेणी में आ गया है तो उसके नाम को रोलबैक किया जाएगा। अब तक 10 लाख 75 हजार एएसडी वोटर मिले है। जनपद में 4692860 लोगों के नाम मौजूदा मतदाता सूची में हैं। अब तक 44 लाख से ज्यादा फार्म डिजिटाइज किए जा चुके हैं।

जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेश

जिला निर्वाचन अधिकारी व डीएम मनीष कुमार वर्मा का कहना है कि जनपद में लगभग 96 प्रतिशत गणना फार्म अब तक डिजिटाइज हो चुके हैं। शेष फार्म के लिए बीएलओ तथा अन्य कर्मचारियों को लगाया गया है। एएसडी वोटर्स के फिर से सत्यापन के लिए दो दिनों तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।