Rajasthan News : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज मीडिया प्रतिनिधियों से अपने विचार साझा किए कि मैं अपने शब्दों का पुरी सोच-समझ कर इस्तेमाल करता हूं। मैं राजनीतिक मामलों में हर एक शब्द को सावधानीपूर्वक चुनता हूं। मेरी बातों को कॉमेडी से नहीं जोड़ना, लेकिन मुझे यह आशा है कि लोग मेरे मन में क्या चल रहा है, वह समझ सकेंगे। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को यह भी कहा कि मैंने कई बार सोचा है कि मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ दूं, लेकिन प्रदेश के लोगों के प्रति मेरा कर्तव्य और जिम्मेदारी मुझे उन्हीं के सेवानिवृत्ति में जुटे रहने को मजबूर कर देता है।

उन्होंने मीडिया कार्यकर्ताओं के सामने यह व्यक्त किया कि मैं जो कुछ भी बोलता हूं, उसे विवेकपूर्ण रूप से सोच-समझकर बोलता हूं। राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में, मैं हर एक शब्द का मनन करके प्रयोग करता हूं। कृपया इसे मजाक समझने का विचार न करें, मेरी इस बात का उद्देश्य नहीं है। फिर भी, यह पद मुझे अब छोडने का संकेत नहीं दे रहा है।

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उन्होंने यह भी दावा किया कि मैं इस बड़ी घोषणा का सहारा लेता हूं, और इसके पीछे मेरी हिम्मत भी है कि मुझे ऊच्च पद के फैसले का सामर्थ्य है। इसके परिणामस्वरूप, मुझे मंजूर है कि हाईकमान द्वारा लिया गया निर्णय सही है। आपको याद रखने के लिए, चार दिन पहले भी उन्होंने पद छोड़ने की बात कही थी, और इस से पहले तीन दिनों में भी वे इस विषय में व्यक्तिगत रूप से अपनी दृढ़ता प्रकट कर चुके हैं।

19 नवीन जिलों की नींव रखी गई है – Rajasthan News

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सोमवार को, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के 19 नए जिलों की स्थापना की घोषणा की। इन नए जिलों और तीन संभागों के कामकाज की विधिवत शुरुआत भी की गई है। इसके परिणामस्वरूप, अब राजस्थान में कुल 50 जिले और 10 संभाग हो गए हैं। यह फैसला मुख्यमंत्री गहलोत की तरफ से विधानसभा चुनाव से पहले एक मास्टरस्ट्रोक के रूप में देखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री गहलोत ने ये नए जिले वे क्षेत्रों में स्थापित किए हैं, जहां लंबे समय से मांग की जा रही थी। इनमें मुख्यमंत्री के निर्दलीय साथी बाबूलाल नागर के दूदू और रामकेश मीणा के गंगापुर सिटी विधानसभा क्षेत्र में जिला भी शामिल है।