Rajasthan panchayat election: राजस्थान में पंचायत चुनाव की रणभेरी बज गई है। सवाई माधोपुर जिले, खासकर भाड़ौती उपखंड क्षेत्र, में पंचायती राज चुनावों की सरगर्मी अपने चरम पर पहुँच चुकी है। निर्वाचन आयोग द्वारा ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्यों के लिए चुनाव चिह्न जारी करते ही ग्रामीण क्षेत्रों में राजनीतिक हलचल और भी तेज हो गई है।
दिवाली पर बढ़ी चुनावी गतिविधियाँ
इस बार दिवाली का त्योहार केवल शुभकामनाओं के आदान-प्रदान तक सीमित नहीं रहा। संभावित दावेदारों के लिए यह त्योहार मतदाताओं से सीधे मुलाकात करने और अपने पक्ष में माहौल बनाने का एक बड़ा जरिया बन गया। इस दौरान उम्मीदवारों ने अपने सामाजिक और पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया।
चाय की थड़ी से चौपाल तक: प्रतीकों पर बहस
गांवों की चौपालों, चाय की थड़ियों और बाजारों में अब केवल चुनावी चर्चाएं हावी हैं। पंच पद के उम्मीदवारों को आयोग ने कई रोचक चुनाव चिह्न आवंटित किए हैं, जो मतदाताओं के बीच चर्चा का विषय बन गए हैं। इनमें प्रमुख हैं:
दैनिक उपयोग की वस्तुएं: अलमारी, चप्पल, चारपाई, चूड़ियां, मिक्सी, रेफ्रिजरेटर।
अन्य प्रतीक: कोर्ट, गुब्बारा, ब्रेंच, टेलीविजन और फूलगोभी।
ग्रामीण अब इन प्रतीकों के अर्थ, प्रभाव और उम्मीदवारों की जनसंपर्क रणनीतियों पर गहन मंथन कर रहे हैं।
सरपंच पद के लिए भी नायाब प्रतीक
सरपंच पद के उम्मीदवारों को भी इस बार कुछ अनोखे चुनाव चिह्न मिले हैं, जिन्होंने मतदाताओं की उत्सुकता बढ़ा दी है:
घरेलू/कार्यालय वस्तुएं: प्रेस, स्लेट, केतली, सोफा, लैटर बॉक्स, प्रेशर कूकर।
अन्य प्रतीक: हेलमेट, लेडीज पर्स, सिरिंज, टायर, कैमरा और पानी का टैंक।
इन प्रतीकों ने चुनावी माहौल को और भी दिलचस्प बना दिया है।
चुनावी परिदृश्य में बदलाव
जिले की चार ग्राम पंचायतों (बामनवास, वजीरपुर, बौंली और खंडार) को वर्ष 2021 से नगर पालिका का दर्जा मिल चुका है। हालांकि, 2024 के बजट में खिरनी को पुन: ग्राम पंचायत का दर्जा दे दिया गया है। इन क्षेत्रों में अब वार्ड पार्षद और पालिका अध्यक्ष के चुनाव होने हैं, जिसके लिए सीमांकन और मतदाता सूची की तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं।
जिले में कुल 263 ग्राम पंचायतें सक्रिय
सवाई माधोपुर जिले में अब कुल आठ पंचायत समितियां सक्रिय हैं, जिनमें सवाईमाधोपुर, खंडार, चौथ का बरवाड़ा, मलारना डूंगर, बौंली, गंगापुर सिटी, बामनवास और नई प्रस्तावित वजीरपुर शामिल हैं।
जिले में 39 नई ग्राम पंचायतें प्रस्तावित की गई हैं।
97 का पुनर्गठन हुआ है।
127 ग्राम पंचायतें यथावत रखी गई हैं।
इन बदलावों के बाद जिले में कुल 263 ग्राम पंचायतें होंगी।
हालांकि ग्राम पंचायतों का कार्यकाल जनवरी 2025 में समाप्त हो चुका है और जिला परिषद/पंचायत समितियों का कार्यकाल दिसंबर 2025 तक है, लेकिन सरकार की मंशा है कि पंचायती राज चुनाव एक साथ कराए जाएँ, जिसका कार्यक्रम आयोग जल्द ही घोषित कर सकता है।
