नईदिल्ली।  मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में जब चारो ओर लोग रामलला के विरजमान होने की खुशियां बना रहे थे तो दूसरी ओर एक अधिकारी अपने पद का गलत इस्तेमाल करके गुडागर्दी करके दहशत फैलाने का काम करते नजर आ रहा था, जिसे देखने के बाद सरकारी कर्मचारियों पर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल उमरिया जिले के बांधवगढ़ एसडीएम ने जिला मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर केवल साइड ना देने पर 2 युवकों की लाठियों से जम कर पिटाई करादी। एसडीएम ने दोनों लड़कों को केवल इस लिए पिटवाया की उन्हें साइड नहीं मिला।

बांधवगढ़ के एसडीएम की गुंडागर्दी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसडीएम की करतूत से नाराज़ मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एसडीएम को निलंबित करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि, मध्यप्रदेश में सुशासन की सरकार है। प्रदेश में नागरिकों के साथ इस तरह का अधिकारियों द्वारा किया गया अमानवीय व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आपको बतादें युवकों को इस बुरी तरह पीटा गया कि उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। दोनों घायलों का इलाज जिला अस्पताल में हो रहा है। दोनों घायलों ने बताया कि उनकी गलतीमहज इतनी थी कि वे जल्दबाज़ी में ज़रूरी काम से जा रहे थे, इसलिए एसडीएम की गाड़ी को उन्होंने ओवरटेक कर आगे निकाल लिया। इसके बदले में एसडीएम ने खुद अपने कर्मचारियों से जम कर लाठी डंडों से ना सिर्फ पिटवाया बल्कि कर के शीशे भी तोड़ दिए।

एसडीएम पर एफआईआर हुई दर्ज

मारपीट और कार में तोड़फोड़ का वीडियो वायरल होने के बाद उमरिया पुलिस ने एसडीएम और उनके साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। उमरिया जिले की पुलिस कप्तान निवेदिता नायडू ने बताया कि एसडीएम अमित सिंह के अलावा तहसीलदार विनोद कुमार, एसडीएम के वाहन चालक नरेन्द्र दास पनिका और तहसीलदार के सहयोगी संदीप सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।

एमपी में अधिकाररियो के दमनकारी रवैये पर भड़की कांग्रेस:

मध्य प्रदेश में प्रशासनिक अमले द्वारा की जा रही इन हरकतों से राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई है। उमरिया SDM की गुण्डाई का वीडियो सामने आने के बाद, कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने कहा कि क्या एमपी ऐसी घटनाओं को लेकर जाना जाएगा? सीएम डॉ. मोहन यादव को टैग कर उन्होंने लिखा कि आपसे कड़ी कार्यवाही की उम्मीद है।