नई दिल्ली। भारत में स्थित मेहंदी पुर बाला जी का मंदिर अपनी शक्तियो के लेिए पहचाना जाता है। जहां पर दूर दूर से लोग अपनी बाधाओं को दूर करने के लिए इस मंदिर में पहुचतें हैं। और अपने कार्य को सिद्ध करते है। इस मंदिर में जाकर समान्य इंसान से लेकर बड़े बड़े सेलिब्रिटी भी अपनी झोली फैलाने को मजबूर हो जाते है। उन्ही सेलिब्रिटी में से एक है अनुपम खेर जिन्होने इस मंदिर में पहुंचकर वहां कि शक्तियों का अभास किया है। और उसके बारे में लोगों को बताया है।

अनुपम खेर अपने एक्स एकाउंट में एक वीडियो शेयर करते हुए इस मंदिरों की खासियत के बारे में बताते हुए कैप्शन में लिखा है कि इस मंदिर की कहानी आपको हैरान कर देगी। साथ ही वहां की कुछ फुटेज भी दिखाई हैं। अनुपम ने वीडियो में बताया है कि वहां जाकर आपको इन गलतियों को करने से बचना चाहिए।

मंदिर में हर तर्क फेल

अनुपम की बताते हैं कि इस मंदिर में पहुंचने के दौरान कड़े नियमों का पाल करना जरूरी होता है। क्योकि यहां पर ऐसी शक्तियां मौजूद होती है जिसको शब्दों से बयां कर पाना कठिन है। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की शक्तियों को देखकर आपका हर तर्क नत मस्तक हो जाता है।

ये है कहानी

बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण लगभग 1000 साल पहले तत्कालीन महंत गणेशपुरी जी महाराज उर्फ समाधि वाले बाबा ने कराया था। उन्हें सपनों में हनुमानजी ने तीन रूपों नजर आए थे और उनका आदेश था कि वो लोगों की सेवा करें। इसके बाद मंदिर में हनुमानजी का बालरूप, प्रेतराज सरकार और भैरवबाबा के रूप वाली तीन प्रतिमाओं की स्थापना की गई और महंतजी बुरी शक्तियों से घिरे लोगों का इलाज करने लगे।

बुरी शक्ति को दंडित करते हैं प्रेतराज

अनुपम खेर ने बताया, कि मेहंदीपुर में ऐसे लाखों लोग पहुंचते है जिन पर नकारात्मक शक्तियों का प्रकोप होता है, और वे लोग आधुनिक चिकित्सा का इलाज कराकर भी हार मान जाते है। विज्ञान और वैज्ञानिक भी इस मंदिर में बालाजी के चमत्कारों के रहस्य को समझने में असफल हो चुके हैं। बताया जाता है कि यहां पर आकर जो लोग बालाजी का लड्डू खाते है, और उन्हें कानों में मंदिर की मूर्ति के सामने घंटियों का स्वर सुनाई देने लगता है जिसके बाद भीतर समाई नकारात्मक शक्ति इस स्वर को सहन नहीं कर पाती। प्रेतराज सरकार के दरबार में आई बुरी शक्तियों जल्द ही खत्म हो जाती हैं और मनुष्य पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं।

मंदिर में न करें ये गलतियां

अनुपम खेर ने बताया कि श्रद्धालु इस मंदिर में आकर कभी भी चलने के दौरान चले शब्द का उपयोग भूलकर भी ना करें। इससे वहां मौजूद नकारात्मक ऊर्जा रे साथ चला आती है। इसलिए यह जरूरी है कि सामान्य श्रद्धालु इन नियमों का पालन अवश्य करें। इसके अलावा मंदिर में कुछ भी ना खाए-और ना ही पानी पीएं। मंदिर से निकलते समय पीछे मुड़कर ना देखें।

न उड़ाएं मजाक

ऐसा माना जाता है कि इससे नकारात्मक शक्तियां आपका पीछा कर आपके घर तक जा सकती हैं। इसलिए मंदिर में आने के दौरान किसी पुजारी या भिखारी को दान में पैसे न दें। बुरी शक्तियों से लोग जो चीखते-चिल्लाते हैं उनका मजाक न उड़ाएं न उनकी फोटो खींचें। आप प्रसाद को वहीं खा लें,उसे घर लेकर न जाएं क्योंकि हनुमानजी के सामने कोई नकारात्मक शक्ति नहीं टिक पाती है।