नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में नई सरकार ने आते ही यूपी सरकार के नियमों को फॉलो करना शुरू कर दिया है। जिसका उदाहरण अभी हाल में ग्वालियर में देखने को मिल रहा है। जहां पर नई सरकार ने धार्मिक स्थलों से तेज आवाज में बजने वाले लाउडस्पीकर को हटाने और खुले आम मीट बेचने पर रोक लगने के आदेश जारी कर दिए है।

ग्वालियर में शुक्रवार को जुमे की नमाज होने से पहले ही मस्जिदों के लाउडस्पीकर को उतरवा दिया गया है। जिसमें मस्जिदों ही नही  मंदिरों के भी लाउडस्पीकर हटाए गए हैं। इसके अलावा नगर निगम की टीम शहर के बाजार में खुल रही मीट की दुकानों पर को हाने के भी निर्देश जारी किए है। इसी तरह से प्रदेश के शाजापुर और इंदौर में भी कार्रवाई की गई।

गुरुवार को ग्वालियर कलेक्टर कार्यालय में सभी धर्म गुरुओं की पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने धर्म गुरुओं के साथ मिलकर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश को पालन करने में सहयोग करने की अपील की थी, जिसका असर शुक्रवार को देखने को मिला। इतना ही नही वहा के हस्तिनापुर इलाके में भी इसी तरह का शातिंपूर्ण माहौल देखने को मिला। क्योकि तोड़फोड़ के पहले ही सिरसौद गांव में एसडीओपी संतोष पटेल और एसडीएम इसरार खान ने इलाके के मुस्लिम भाइयों के साथ मिलकर शाति बने रखने की और सहयोग देने की अपील की गई थी। जिसका असर जुमे की नमाज से पहले ही देखने को मिला. जुमे की नमाज से पहले सिरसौद गांव में मुस्लिम भाइयों ने शासन के आदेश का सम्मान करते हुए मस्जिद में चार लाउडस्पीकर उतार लिए।