आधुनिक जीवनशैली में युवाओं को अनगिनत चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। सोशल मीडिया, शैतानी दवाओं का संवेदनहीन उपयोग, और विभिन्न अन्य आधुनिक तंत्रों के प्रयोग में वे आसानी से गलत रास्ते पर चले जाते हैं।

यह गलत कामों में फंसाने के लिए होनीट्रैप एक बड़ी समस्या बन गई है। हनीट्रैप आधुनिक विश्व का अभिशाप बन चुका है, जो युवा लोगों को धोखे में डालता है। इसलिए, युवाओं को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करने और संजीवनी विकल्पों की ओर प्रोत्साहित करने के लिए सामाजिक और शैक्षिक अभियानों की जरूरत है।

इस तरह का ही मामला उत्तराखंड से सामने आया है, जिसमें एक लड़का हनी ट्रैप के मामले मे फंस गया था। प्यार में पड़े एक लड़की को रूपये देने के लिए युवक ने खौफनाक कांड रच दिया था। जिसको पुलिस ने बाद में बरामद कर लिया था।

जब लड़के के इस कांड का पता पुलिस को लगा तो वो भी हैरान रह गई थी। बता दें कि यह पूरा मामला हरिद्वार जिले के पथरी क्षेत्र के गांव बहादरपुर जट का है। जिसके बाद पुलिस ने युवक को सकुशल बरामद करने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बहादरपुर जट के निवासी इंतजार पुत्र शूकर निवासी ने थाना पथरी पर अपने भतीजे सहबान पुत्र नूर हसन निवासी बहादरपुर जट के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई थी। उस लड़के के गायब होने की घटना के बाद थाना पथरी पुलिस ने उसकी तलाश अलग-अलग जगहों में कराई थी।

इसी बीच में गुमशुदा लड़के के भाई के फोन पर एक मैसेज आया था, जिसमें चार युवकों द्वारा भाई को छोड़ने की ऐवज में 10 लाख रुपयों की डिमांड की थी। लड़के के परिजनों ने इस बात की सूचना थानाध्यक्ष पथरी को दी थी। इसके बाद ही पुलिस अधिकारियों ने तुरंत ही इस लोकेशन की जानाकारी लेनी चाही, लेकिन ज्यादातर मोबाइल नंबर के बंद होने के कारण उसकी सही लोकेशन नहीं मिल पाई। इसके साथ ही हरिद्वार पुलिस लगातार गाजियाबाद पुलिस के संपर्क में भी बनी रही।

इसके बाद पुलिस टीम को जब इस लड़के के बारे में जानकारी मिलने पर टीम ने कार्यवाही करके गुमशुदा लड़के को 48 घंटे के अंदर ही गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास से सकुशल बरामद कर लिया था।

जब पुलिस ने लड़के से पूछताछ की तो उनको एक सच जानने को मिला था जिसने पुलिस को भी चौंका दिया था। उस लड़के ने बताया कि वो हनीट्रैप का शिकार हो गया था और एक लड़की को पैसे देने के लिए ही अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रच डाली थी।
इसके बाद ही अपने अपहरण की झूठी कहानी की सूचना अपने परिजनों को दी थी और लड़के को बाद विधिक कार्यवाही कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया था।