नई दिल्ली: अक्सर जब कभी आप किसी राज्य या क्षेत्र के सीमा से गुजरते है तो आपको टोल टैक्स भरना पड़ता है. इन दिनों टोल टैक्स वसूलने के लिए फास्टटैग का इस्तेमाल किया जाता है. पहले जहां टोल टैक्स कैश बेस पर कलेक्ट होता था. अब यह फास्टटैग के जरिए ऑनलाइन हो गया है. यानी अब लोगों को टोल नाके पर ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता, सीधे उनके बैंक अकाउंट से टोल कट जाता है. हालांकि जिस मकसद से केंद्र सरकार फास्टटैग को लेकर आई थी यह उतना कारगर साबित नहीं हुआ. अभी भी आप सोशल मीडिया के माध्यम से कई ऐसे वीडियो देखते होंगे जहां पर टोल नाके में लंबी-लंबी कतारें लगी होती है. कई बार कोई तकनीकी समस्या सामने आ जाती है तो कई बार फास्टटैग न चलने की वजह से गाड़ियों का जमावड़ा लग जाता है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में एक इवेंट के दौरान बताया था कि जल्द भारत में टोल टैक्स वसूलने का सिस्टम बदला जाएगा। यानी अब नए तरीके से टोल टैक्स वसूला जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार काम कर रही है. उम्मीद की जा रही है कि अगले साल तक कुछ मुख्य शहरों में इस नए सिस्टम से टोल टैक्स वसूला जाएगा। नए सिस्टम में आधुनिक नंबर प्लेट या जीपीएस के जरिए टोल टैक्स वसूलना शामिल है.
शिवराज सरकार का लोगों को गिफ्ट
इस बीच मध्य प्रदेश में प्राइवेट वाहन चलाने वालों के लिए खुशखबरी है. दरअसल, शिवराज सरकार ने प्रदेश में निजी वाहनों के लिए टोल टैक्स माफ करने का फैसला किया है. यानी अब केवल कमर्शियल गाड़ियों से ही टोल वसूला जाएगा। निजी वाहन चालक बिना रोक-टोक एक जगह से दूसरी जगह आ-जा सकेंगे। वहीं, दूसरी तरफ इस फैसले को कुछ लोग राज्य में आगामी चुनाव से जोड़कर देख रहे है.
मध्य प्रदेश सरकार ने ये फैसला लेने से पहले प्रदेश की 200 सड़कों का सर्वे पीडब्ल्यूडी यानी लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया था. इस सर्वे में इस बात का आकलन किया गया कि राज्य में कितना प्रतिशत टैक्स कमर्शियल वाहनों से आता है और कितना प्रतिशत टैक्स प्राइवेट वाहनों से. इसमें पाया गया कि केवल 20 फ़ीसदी ही योगदान टोल टैक्स में प्राइवेट वाहनों का है. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि राज्य में प्राइवेट वाहनों पर लिए जाने वाला टोल टैक्स माफ कर दिया जाए.
