हमारे देश की राजधानी दिल्‍ली में लोगों को आने-जाने में काफी ट्रैफिक समस्या का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब लोगों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

बताया जा रहा है कि आने वाले दो सालों में दिल्ली की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से बदल सकती है। जी हां कुछ समय के बाद लोग आसमान में उड़ती ‘एयर टैक्सियां’ देखेंगे।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लो-कॉस्ट एयरलाइन इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज और अमेरिका की आर्चर एविएशन आने वाले दो सालों में भारत में ‘ऑल-इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी सर्विस’ शुरू हो सकती है। इन एयर टैक्सियां के बारे में दावा किया जा रहा है कि दिल्ली के कॉनॉट प्लेस से हरियाणा के गुरुग्राम तक यात्रियों को सिर्फ 7 मिनट में पहुंचा देगी।

इस एयर टैक्सी सर्विस के बारे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये साल 2026 तक शुरू हो सकती है। आर्चर एविएशन ने 200 ‘इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ एंड लैंडिंग (eVTOL) विमान’ उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता की घोषणा कर दी है। इन 200 विमानों में से प्रत्येक में 12 ‘रोटर’ लगे हुए हैं। इन टैक्सी की कुल लागत 1 अरब डॉलर या 8,337 करोड़ रुपये होने की संभावना है। इन विमानों में एक पायलट के अलावा 4 लोग बैठ सकेंगे। ये हेलीकॉप्टरों की तरह ही काम करेंगे, और इनमें शोर का स्तर कम होगा।

एयर टैक्सी का किराया
कनॉट प्‍लेस से गुरुग्राम के बीच का मार्ग 27 किलोमीटर का है जिसको इस कार से तय करने में 1500 रुपये खर्च करने पड़ेंगे है। इस एयर टैक्सी सर्विस का मेन मकसद यात्रियों को कॉनॉट प्लेस से गुरुग्राम तक सिर्फ 7 मिनट में पहुंचाना है, जिसका संभावित किराया करीब 2,000-3,000 रुपये है।

भारत में यह सेवा साल 2026 तक शुरू की जा सकती है। इस परिचालन गतिविधियों के लिए 200 ‘मिडनाइट विमानों’ को तैनात करने का लक्ष्य रख गया है। इस तरह के इलेक्ट्रिक विमान में ‘छह बैटरी पैक’ दिए जाएंगे। इसको चार्ज करने में 30-40 मिनट का समय लगता है।