आपको बता दें की जल्दी ही भारत में भी Tesla की कारें आपको दौड़ती दिखाई देंगी। भारत की गुजरात तथा महाराष्ट्र सरकार ने हालही में Tesla की कारों के प्लांट के लिए स्थान देने की पेशकश है। Tesla के सीईओ Elon Musk ने हालही में कहा है की जनसंख्या के आधार पर भारत सबसे बड़ा देश है। यहां Electric Cars होनी चाहिए, जैसे हर दूसरे देश में है। उन्होंने आगे कहा की भारत में टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार को उपलब्ध कराना उनकी कंपनी के लिए स्वभाविक प्रगति होगी। भविष्य में सभी वाहन इलेक्ट्रिक हो जाएंगे और यह सिर्फ समय की बात है।

Tesla की टीम आएगी भारत

आपको बता दें की Tesla भारत में अपना प्लांट स्थापित करने के लिए इस महीने के अंत तक अपनी एक टीम को भारत में भेजगी। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र तथा गुजरात की सरकारों ने अपने यहां पर इलेक्ट्रिक वाहन (EV) मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए जमीन देने की पेशकश की है। अतः भारत में अपने सयंत्र की स्थापना टेस्ला की और से इस महीने के अंत तक एक टीम भारत में आएगी।

कंपनी ने यह कदम इस समय उठाया है, जब इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग कम होती जा रही है तथा अमेरिका तथा चीन जैसे बड़े बाजारों को प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। मांग की इसी कमी के चलते पहली तिमाही में कंपनी की बिक्री में कमी देखी गई है। बता दें की इस संयंत्र पर 2 से 3 अरब डॉलर का खर्च आ सकने की संभावना है।

नई ईवी पॉलिसी को मिलेगा लाभ

आपको बता दें की नई नीति के अनुसार कंपनी कम आयात शुल्क पर 8 हजार कारों को आयात कर सकती है। आपको बता दें की भारत ने ऐसी इलेक्ट्रिक कंपनियों का आयात शुल्क कम कर दिया है, जो भारत में कम से कम 50 करोड़ डॉलर का निवेश कर सकें तथा तीन साल के अंदर घरेलू मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रतिबद्ध हों।

आपको बता दें की एलन मस्क सालों में भारतीय बाजार में प्रवेश करने की कोशिश कर रहें हैं। लेकिन सरकार उनसे भारत में स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रतिबद्धता चाहती है। पिछले वर्ष जून में एलन मस्क ने पीएम मोदी से अमेरिका में मुलाकात की थी। कंपनी ने कहा था की वह 24,000 डालर वाली ईवी के उत्पादन के लिए भारत में कारखाने की जगह चाहती है।