नई दिल्ली: चेहरे की देखभाल हर मौसम में करना जरूरी होता है। क्योकि त्वचा इतनी संवेदनशीन होती है हर मौसम का असरइस पर अपना प्रभाव डालना शुरू कर देता है। गर्मी में जहां त्वचा रूखी और बेजान सी होनी लगती है तो वहीं बारिश के मौसम में फंगस संक्रमण बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है. ज्यादातर वातावरण में नमी, गर्म जलवायु और कमजोर इम्यूनिटी होने के चलते त्वचा फंगल संक्रमण का शिकार हो जाती है। इस परेशानी को दूर करने के लिए आपको महंगा ट्रीटमेंट लेने की  जरूरत नही है आप घर बैठे लोग घरेलू उपचार से इस परेशानी को दूर कर सकते हैं। ये घरेलू उपचार आपके चेहरे और स्किन के लिए काफी फायदेमेंद साबित हो सकते है। जानते हैं इन असरदार नुस्खों के बारे में-

दही का करें सेवन

शरीर में सफेद दाग से छुटकारा पाने के लिए आप दही का इस्तेमाल करें। दही में अच्छे बैक्टीरिया की मौजूदगी होती है, जो कई तरह के फंगल संक्रमणों को दूर करने में मदद कर सकता हैं दही में उन रोगाणुओं से लड़ने की शक्ति होती हैं। जो इन संक्रमणों का कारण बन सकते हैं। आप चेहरे में दही का ऊबटन बनाकर जरूर लगाएँ।

टी ट्री ऑयल की लें मदद

शरीर में फंगस संक्रमण की परेशानी दूर करने के लिए टी ट्री ऑयल का उपयोग भी बेहतर उपचार माना गया है। क्योंकि इसमें एंटीफंगल और जीवाणुरोधी के गुण होते हैं, इसका उपयोग करने के लिए आप टी ट्री ऑयल और नारियल का तेल या फिर जैतून तेल बराबर की मात्रा में ले लें. इसके बाद इसे सप्ताह में तीन बार फंगल संक्रमण से प्रभावित हिस्से पर लगाएं। ऐसा करने से कुछ ही दिन में फर्क नजर आने लगेगा।

नारियल तेल का करें प्रयोग

नारियल तेल का पयोग त्वचा के लिए सबसे कारगार उपाय माना गया है क्योकि इसमें मौजूद एंटी-फंगल के गुण त्वचा की हर तरह की परेशानियों को दूर करने के लिए असरदार माने जाते हैं। इसके साथ ही यह स्कैल्प दाद के लिए भी उपयोगी माना जाता है. इसका प्रयोग फंगल संक्रमण वाले स्थान पर आप दिन में 4-5 बार करें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में सफेद दाग की समस्या से निजात मिलनी शुरू हो जाएगी।

एप्पल साइडर विनेगर की लें मदद

बरसात के दिनों में चेहरे पर हो रहे सफेद दाग को दूर करने के लिए  एप्पल साइडर विनेगर सबसे बेहतर उपटार माना जाता है।  इसमें एंटी-फंगल के गुण होते हैं, जो इन दागों से छुटकारा दिला सकते हैं. इसके लिए आप 1 गिलास गर्म पानी लें. अब इसमें 2 बड़े चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिक्स करें. इसके बाद इसमें रुई डुबोकर संक्रमण प्रभावित जगह पर लगाएं. ऐसा करने से आपकी परेशानी धीरे-धीरे कम हो सकती है