Vastu Tips : वास्तु शास्त्र हमारे आस पास के वातावण में मौजूद सकारात्‍मक ऊर्जा और नकारात्‍मक ऊर्जा को नियंत्रित करने की जानकारी देता है। जिससे व्यक्ति को सुख, शांति और समृद्धि का संचार होता है। ऐसे ही वास्तुशास्त्र में घर में ऱकी कुछ चीजों के बारे में जानकारी देता है कि इन्हें कभी खत्म नही होना चाहिए। क्‍योंकि इनके खत्‍म होने से नकारात्‍मकता और गरीबी की ऊर्जा का संचार तेजी से होने लगता है, जिससे घर के सदस्‍यों के जीवन में सुख और दुख आने शुरू हो जाते है। रसोई में ऱखी इन चीजों के खत्म होने से नकारात्‍मकता ऊर्जा का प्रवेश होना शुरू हो जाते है। और लत्र्मी के जाने के संकेत मिलने लगते है।

चावल और गेहूं : चावल और गेहूं हमारी रसोई के बड़ें भडार में से एक है। यह भंडार हमेशा भरा होना चाहिए। इनके खत्म होने से समृद्धि कम होने लगती है। इसलिए कहा भी गया है कि अनाज के भंडार को पूरी तरह से खाली नहीं करनना चाहिए। क्‍योंकि खाली अनाज के भंडार घर में नकारात्‍मकता और गरीबी की ऊर्जा को आने का माध्‍यम बनाते हैं। इसलिए, इन चीजों को हमेशा पूरे रखने का प्रयास करना चाहिए।

तिजोरी : वास्तु शास्त्र में तिजोरी या पर्स को पूरा तरह से खाली नही करना चाहिए।  यह धन के प्रतीक माना जाता है और इन्हें खाली रखने से धन आने की संभावनाए कम होने लगती है। कही भी गया है कि लक्ष्मी लक्ष्मी को ही खीचती है। वास्तु शास्त्र में उल्लेखित है कि घर में धन को सुरक्षित रखने के लिए तिजोरी, पर्स या कोई भी धन संबंधी स्थान बनाएं और उन्‍हें हमेशा पूरे रखें।

बाल्टी :  वास्तु शास्त्र में पानी से भरे पात्र या बर्तन को खाली नही रखना चाहिए। भरा हुआ पानी सकारात्‍मक ऊर्जा का निर्माण करता है और नकारात्‍मकता का कारण बनने से बचाया जा सकता है। विशेष तौर पर रात के समय, पानी के पात्र या बाथरूम में बाल्‍टी को खाली न रखना चाहिए।