नई दिल्ली। वैसे तो हमारी धऱती में की तहत के रंग बिरंगे पक्षी है जो आकाश में उड़ने का साथ साथ अपने खास स्वभाव के लिए जाने जाते है। हमारी धरती में पक्षियों की 10,906 प्रजातियां पाई जाती है, जिसमें से सिर्फ 1,353 पक्षियों की प्रजाति भारत मे देखने को मिलती है। इनमें से कुछ पक्षियों अपनी लंबी ऊंची के साथ शिकार करने के लिए जाने जाते है।

आसमान की ऊंची उड़ान से जो पक्षी पलक झपकते ही धरती पर अपना शिकार खोजने में माहिर होता है तो वो है  पहले नंबर पर चील, और दूसरे नंबर पर बाज का नाम आता है। इन दोनों पक्षियों की नजर इतनी तेज होती है। कि आसमान की ऊंचाई से ये जमीन में बैठे अपने शिकार को आसानी से देख लेते हैं और उसका शिकार भी कर लेते हैं।

लेकिन इन दोनों पक्षियों में काफी अंतर होता है और आज हम आपको इन दोनों पक्षियों के अंतर के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।

चील और बाज में अंतर

चील और बाज के बारे में देखें तो चील का आकार बाज से बड़ा होता है चील के पंख भी ज्यादा फैलावदार होते हैं तो वहीं बाज के पंख चील से कम फैलते हैं।

इन दोनों पक्षियों के शरीर का रंग भी अलग होता है। बाज का रंग ऊपर से लाल, पीला और नीचे से सफ़ेद होता है। तो वहीं चील का रंग गोल्डन, ब्लैक, ग्रे या भूरे रंग की होती है।

दोनों पक्षियों की चोंच में भी अंतर देखने को मिलता है। बाज की चोंच काले रंग की होती है वहीं चील की चोंच पीले या सफ़ेद रंग की होती है।

दोनों के शिकार में भी अंतर देखने को मिलता है, बाज का भोजन ज्यादातर खरगोश, चूहा आदि छोटे आकार के जीवों का मारकर खाना है तो वहीं चील सांप और मछली जैसे जीवों का शिकार करता है।

बाज को उसकी रफ़्तार के लिए जाना जाता है, यह 4-8 मीटर नीचे की चीजों को भी आसानी से देख सकता है। जबकि चील खुद से शिकार नहीं करता, बल्कि दूसरे पक्षियों का खाना झपट लेता है।