Rajasthan Assembly Election जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं राजस्थान में असेंबली इलेक्शन बड़ी जोरों से पूरे हुए हैं। राजस्थान की जागरूक जनता ने अपना बेहतरीन मत पूरा किया। राजस्थान के असेंबली इलेक्शन के पूरा होते ही ऐसी संभावना है नजर आए लेकिन फिर एक बार कांग्रेस की सरकार देखने को मिल सकती है।

राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावे अन्य चार नेताओं का नाम सामने आ रहा है। सभी नेताओं के बीच कुर्सी को लेकर खींचातानी का माहौल बना हुआ है। ऐसे में अगर कांग्रेस सरकार फिर एक बार राजस्थान में जीती है तो मुख्यमंत्री किसे बनाया जाएगा यह सोचने वाली बात है।

रघु शर्मा को मिल सकता है मौका Rajasthan Assembly Election

जैसे कि मैंने आपको बताया राजस्थान असेंबली इलेक्शन में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि फिर एक बार कांग्रेस की सरकार देखने को मिल सकती है। ऐसे में रघु शर्मा को एक अच्छा प्रत्याशी माना जा रहा है। ब्राह्मण समाज के बड़े नेताओं में रघु शर्मा का नाम बखूबी जाना जाता है। अजमेर लोकसभा क्षेत्र में सांसद रह चुके हैं रघु शर्मा। 

गोविंद सिंह डोटासरा भी है अच्छा विकल्प

वही राजस्थान असेंबली इलेक्शन में गोविंद सिंह डोटासरा का नाम भी सामने आ रहा है। डोटासरा सीकर के लक्ष्मणगढ़ के विधायक के रूप में चुने जा चुके हैं। आपको बता दे डोटासरा वर्तमान में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष है।

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सीपी जोशी का नाम है शामिल

वहीं अगर हम बात करें सीपी जोशी की तो इनका नाम भी मुख्यमंत्री के पद पर शामिल है। कांग्रेस के मुख्यमंत्री के चेहरे में तीसरा मजबूत नाम इन्हीं का है। हाल फिलहाल में कांग्रेस सरकार में विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका में सीपी ने बहुत अहम रोल निभाया था।

अशोक गहलोत का नाम भी है शामिल Rajasthan Assembly Election

अगर बात कांग्रेस के विजेता सेट की हो रही है तो कोई भी अशोक गहलोत का नाम भूल नहीं सकता। राजस्थान में कुल तीन बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं अशोक गहलोत। गहलोत वर्ष 1998 से 2003, 2008 से 2013 और 2018 से 2023 में मुख्यमंत्री रह चुके हैं। यही कारण है कि गहलोत को फिर एक बार सबसे मजबूत उम्मीदवार समझा जा रहा है।

सचिन पायलट की दावेदारी भी है मजबूत

 सचिन पायलट को भी राजस्थान के एक बड़े नेता के तौर पर समझा जाता है। यहां तक की प्रियंका गांधी और राहुल गांधी दोनों का करीबी सचिन पायलट को ही फिलहाल माना जा रहा है। इसलिए ऐसा लग रहा है कि सचिन की दावेदारी भी हाल में चल रहे इलेक्शन को लेकर काफी मजबूत है।