LPG Fraud: भारत में लगभग सभी के घरों में गैस कनेक्शन है। एक गैस सिलेंडर डेढ़ से दो माह तक आसानी से चल जाता है। लेकिन गैस सिलेंडर डिलीवरी एजेंट द्वारा गैस चोरी करने के कारण गैस सिलेंडर ज्यादा समय तक नहीं चल पाता है। लेकिन कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे आप गैस चोरी की धोखाधड़ी से बच सकते हैं।

जब भी घर में नया गैस सिलेंडर आता है, तो हम देखते है की गैस सिलेंडर में सील लगा है कि नहीं। यदि नए गैस सिलेंडर में सील लगा हुआ रहता है, तो हम समझ जाते है कि गैस सिलेंडर पूरा भरा हुआ है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, क्यूंकि जो लोग गैस डिलीवरी करते है वह चालाकी से गैस निकाल लेते है। और साथ ही सील को भी दोबारा से लगा देते है।

सील लगे सिलेंडर पर भरोसा ना करें

हर कोई गैस सिलेंडर का इस्तेमाल करते है। एक गैस सिलेंडर डेढ़ से दो महीने तक आसानी से चल जाता है। लेकिन आज के समय में बढ़ते गैस चोरी के धोखाधड़ी के कारण गैस सिलेंडर मुश्किल से ही एक महीने तक चल पाता है।

यदि आपको भी लगता है, की आपके साथ भी गैस सिलेंडर डिलीवर करने वाले हॉकर फ्रॉड करते है, तो आप काफी आसानी से पता कर सकते है की आपके साथ गैस चोरी का फ्रॉड गैस हॉकर द्वारा हो रहा है या फिर नहीं।

जब भी आप नया गैस सिलेंडर बुक करते है, और नया गैस सिलेंडर जब आपके घर पर आता है। तो आप सिर्फ गैस सिलेंडर पर लगे सील को ही नहीं देखिएगा बल्कि गैस हॉकर से गैस के वजन को मापने के लिए भी बोल सकते है।

गैस हॉकरों के पास वजन जांचने वाला उपकरण होता है, जिससे आप गैस का वजन जांच सकते हैं। यदि गैस का वजन गैस सिलेंडर में लिखे वजन से मेल जाता है तो यह सही है। और अगर गैस का वजन कम है तो आप हॉकरों वाले को गैस बदलने के लिए भी कह सकते हैं।