नई दिल्ली। आसमान में हमें कई तरह के रंगबिरंगे पक्षी हवा में उड़ते नजर ते है। जिनमें से कुछ आसमान की ऊंचाइयों को छूने की कोशिश करते है तो कुछ कम की उड़ान भरते हुए धरातल में आ जाते है। कुछ पक्षी  ऐसा होते है  कि आसमान की ऊंचाई में पहुंचने के बाद धरती पर चल रहे शिकार को देखकर उस पर धावा बोल देते हैं। ऐसे पक्षियो में चील और बाज का नाम सबसे पहले आता हैं। आइए जानते हैं कि दोनों में क्या अंतर होता है

चील और बाज में अंतर देखा जाए जाए तो चील आकार में बड़े होने के साथ काफी बड़े पंख वाले होते है। बाज के पंखों में फैलाव कम होने के साथ घुमावदार होता है। इसके अलावा चील बाज के मुकाबले ज्यादा ताकतवर होते हैं

चील और बाज इन दोनों पक्षियों की नजर काफी तेज होती है। यह पक्षी आसमान की ऊंचाई से जमीन में बैठे अपने शिकार को आसानी से देख लेते हैं और उसका शिकार भी कर लेते हैं।

इन दोनों के शरीर का रंग अलग अलग होता है। बाज का रंग ऊपर से लाल, पीला और नीचे से सफ़ेद होता है। तो वहीं चील का रंग गोल्डन, ब्लैक, ग्रे या भूरे रंग का होता है।

  • इन दोनों पक्षियों की चोंच में भी अंतर होता है। बाज की चोंच काले रंग की होती है और चील की चोंच पीले या सफ़ेद रंग की होती है।
  • इन दोनों के शिकार में भी अंतर पाया जाता है, बाज ज्यादातर खरगोश, चूहा आदि छोटे आकार के जीवों का शिकार करता है। तो वहीं चील सांप और मछली जैसे जीवों का शिकार करती है।
  • बाज को उसकी रफ़्तार के लिए जाना जाता है, यह 4-8 मीटर नीचे की चीजों को भी आसानी से देखकर शिकार करता है। जबकि चील खुद से शिकार नहीं करता, बल्कि दूसरे पक्षियों का खाना छीन कर खाता है।