Edible Oil जैसे कि हम सभी लोग जानते हैं खाद्य सामग्री के आयात निर्यात में भारत बहुत आगे रहता है। आपको बता दे गुरुवार को अचानक मूंगफली के तेल को छोड़कर बाकी सभी प्रकार के तेल की रेट में बहुत गिरावट आई है।

आपको बता दें भारतीय बाजारों में अचानक मूंगफली के तेल को छोड़कर बाकी सभी तेल तिलहन के दाम में भारी गिरावट आई है। देश विदेश तक में हो रहे निर्यात पर और आयात पर पड़ रहा है प्रभाव। आईए जानते हैं और किन खाद्य सामग्रियों के दाम में हुआ है परिवर्तन।

मूंगफली के तेल का नहीं घटा भाव Edible Oil

सबसे पहले तो आपको बता दे मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मूंगफली के तेल या यानी की बादाम से बने तेल की कीमत में कोई परिवर्तन देखने को नहीं मिला है। कीमतों का यह हेर फेर शुक्रवार शाम से नज़र आ रहा है। प्रमुख तेल संगठन एसईए ने ऑयलमील के निर्यात के आंकड़े जारी किये हैं लेकिन इसके साथ उन्हें नवंबर-दिसंबर में सोयाबीन डीगम (सॉफ्ट आयल) के हुए लदान के आंकड़ों के संदर्भ में भी सरकार को अवगत कराना चाहिए क्योंकि इन महीनों में सोयाबीन डीगम का आयात घटने की आशंका है।

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किन देशों की खाद्य सामग्री में हो रहा परिवर्तन

आपको बता दे मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसे खाद्य सामग्रियों की कीमत बढ़ एवं घट रही है जहां से अधिक जरूरत को आयात से पूरा किया जाता है। मार्केट में किसी भी प्रोडक्ट का दाम बढ़ाना एवं कम होना कहीं ना कहीं वहां के आयातकों के आर्थिक स्थिति को दर्शाता है।

बताई जा रहे उत्तर के अनुसार पिछले साल के सरकारी आंकड़ों से इस वर्ष के सरकारी आंकड़ों में फर्क दिख रहा है। जी हां पिछले वर्ष 17 नवंबर तक रवि मौसम में तेल और मूंगफली की खेती अभी के मुकाबले एक प्रतिशत अधिक थी। यानी कि इस वर्ष लगभग 21 फीसदी की कमी आ सकती है। इन तिलहन खेती का रकबा घटा पूरे देश और बाजार के लिए एक चिंताजनक विषय बनता जा रहा है।