नई दिल्ली: राजस्थान की सत्ता हाथ से जाने के बाद कांग्रेस लोकसभा में हाथ आजमाने की तैयारी में है। आपको बता दें राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटें हैं, 25 सीटों में से 25 पर प्रबल दावेदारों को कांग्रेस मैदान में उतरने की कोशिश में लगी हुई है। इसके लिए कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व जम कर पसीना बहाते हुए जिताऊ प्रत्याशियों का एक पैनल तैयार किया है। इस पैनल के नाम को केंद्रीय चुनाव समिति के सामने रखा जाएगा, जहां प्रत्याशियों के नाम फाइनल होंगे।

सूत्रों की मानें तो राजस्थान के प्रदेश नेतृत्व की ओर से लोकसभा की सभी 25 सीटों में से 4 सीटों पर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने एक-एक नाम सामने रखे है। जबकि 25 में से 8 लोकसभा सीटों के लिए 2-2 प्रत्याशियों के नाम रखे गए हैं।जबकि सूत्र यह भी इशारा कर रहे हैं कि, 12 सीटों पर पार्टी ने 3-3 प्रत्याशियों के नाम रखे हैं। अंत मे 1 सीट पर प्रदेश नेतृत्व ने पैनल में चार नेताओं का नाम रखा है। जिसमें से किसी एक को टिकट मिलेगा। जबकि इस बार खबर यह भी है की प्रदेश कांग्रेस कमेटी राजस्थान में रिटायर्ड अधिकारियों को भी मौका दे सकती है।

आगामी लोकसभा चुनाव के लिए इस बार राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने मजबूती के साथ जिताऊ प्रत्याशियों के नाम पर लंबा विचार विमर्श कर उनके नाम की लिस्ट  तैयार की है। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी 25 सीटों के लिए 25 समन्वयक बनाए, जबकि राजस्थान के 25 सीटों के लिए 200 नेताओं ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अपनी दावेदारी पेश की। समन्वयकों के साथ प्रदेश कांग्रेस की टीम ने आवेदन पत्रों की जांच पड़ताल कर जिताऊ प्रत्याशियों का एक पैनल तैयार किया। इस पैनल में बांसवाड़ा डूंगरपुर से महेंद्रजीत सिंह मालवीय, चित्तौड़गढ़ से उदयलाल आंजना, राजसमंद से सुदर्शन सिंह रावत और टोंक सवाई माधोपुर से हरीश मीणा का सिंगल सिंगल नाम फाइनल किया है।

राजस्थान कांग्रेस कमेटी ने प्रत्याशियों का जो पैनल बनाया है उसमें 8 लोकसभा सीटन पर प्रत्याशी दो दो संभावित प्रत्याशियों के नाम पैनल में रखे हैं। लिस्ट में संभावित नाम इस प्रकार है। भरतपुर से भजनलाल जाटव और संजना जाटव, चूरू से रामसिंह कस्वां और कृष्णा पूनिया,अजमेर से विकास चौधरी और रामनिवास गावड़िया, झालावाड़ से प्रमोद जैन भाया और रामनारायण मीणा, जोधपुर से महेंद्र बिश्नोई और मानवेंद्र सिंह जसोल, झुंझुनूं से बृजेंद्र ओला और दिनेश सूंडा, कोटा से अशोक चांदना और शांति धारीवाल, उदयपुर से दयाराम परमार और रामलाल मीणा के नाम शामिल किए गए हैं। जबकि राजस्थान की अलवर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, दौसा, गंगानगर, जयपुर ग्रामीण, जालौर, करौली धौलपुर, नागौर, पाली, सीकर और जयपुर से तीन तीन नेताओं के नाम पैनल में रखे गए हैं।